तो क्या चीन में राष्ट्रपति ओबामा से अंतिम बार मिलेंगे पीएम मोदी!
नई दिल्ली। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंतिम बार अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से सिंतबर माह में होने वाली जी20 समिट में मिलेंगे। क्योंकि जब अगली बार पीएम मोदी, बराक ओबामा से मिलें तो शायद तब ओबामा अमेरिकी राष्ट्रपति के पद पर नहीं होंगे।
चीन के हेंगझू में 4-5 सिंतबर को जी20 समिट होनी है। जानकारों का मानना है कि अंतिम बार दोनों नेता शायद यहीं पर आखिरी बार मिलेंगे। पीएम मोदी की इससे पहले जून में भी वाशिंगटन की यात्रा पर जा चुके हैं और 30-31 अगस्त को इंडो-अमेरिका स्ट्रेटिजिक एंड कॉर्मिशयल डायलॉग भी होना है। इस मौके पर दोनों ही देशों के बीच महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर हो सकते हैं।
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ओबामा से मिलने से लिए समय निकालना कठिन होगा
पीएम मोदी इस साल संयुक्त राष्ट्र संघ आम सभा की होने वाली बैठक में हिस्सा लेने न्यूयॉर्क नहीं जा रहे हैं। वो इस दौरान लाओस में पूर्व एशिया और भारत-एशियान समिट में हिस्सा लेंगे। यह समिट 7-8 सितंबर को होनी है। ऐसे में ओबामा से मिलने से लिए समय निकालना कठिन होगा।
प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी चार बार अमेरिकी की यात्रा कर चुके हैं। इसके अलावा ओबामा भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हो चुके हैं। ओबामा और मोदी इसके अलावा अन्य कई मौकों पर भी मिल चुके हैं।
पीएम मोदी की वांशिग्टन यात्रा के 60 दिन के भीतर ही भारत और अमेरिका ने साइबर रिलेशनशिप एग्रीमेंट पर सहमति बना ली थी।
अमेरिका ने जहां पाकिस्तान की सैन्य मदद को रोका
मोदी और बराक ओबामा दोनों की पिछले दो साल के दौरान आपसी समझदारी दुनिया के सामने दोनों ही देशों के मजबूत होते रिश्तों को ही पेश किया है। भारत का साथ देते हुए अमेरिका ने जहां पाकिस्तान की सैन्य मदद को रोका। तो दूसरी तरफ पाकिस्तान को मिलने वाले एफ-16 लड़ाकू विमानों को बेचने से भी रोक दिया।
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वहीं अमेरिकी भारत से टैक्स नियमों को आसान बनाने की मांग करता आ रहा है। इसी के चलते गुड्स एंड सर्विस टैक्स को जल्द से जल्द लागू करने की प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है। संसद में जीएसटी बिल पास होने से अमेरिकी कंपनियों को भारत में बिजनेस करने में आसानी होगी।