कानपुर में रेल हादसे की साजिश रचने वाला ISI एजेंट नेपाल से गिरफ्तार
नेपाल पुलिस के डीआईजी पशुपति उपाध्याय ने बताया कि शमशुल होदा समेत चारों आरोपियों को त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से पकड़ा गया।
काठमांडू। पिछले साल नवंबर में कानपुर में हुए बड़े रेल हादसे का मुख्य आरोपी और आईएसआई एजेंट को नेपाल के काठमांडू से गिरफ्तार कर लिया गया है। नेपाल पुलिस की विशेष टीम ने कानपुर ट्रेन हादसे के मुख्य आरोपी शमशुल होदा को काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया। आरोपी शमशुल होदा दुबई भागने की फिराक में था, इसी दौरान नेपाल पुलिस की विशेष टीम ने होदा के साथ-साथ तीन अन्य को भी गिरफ्तार किया। नेपाल पुलिस के डीआईजी पशुपति उपाध्याय ने बताया कि हुदा समेत चारों आरोपियों को त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से पकड़ा गया।
नेपाल पुलिस की विशेष टीम ने एयरपोर्ट से किया गिरफ्तार
पशुपति उपाध्याय ने बताया कि हमने सुना है कि होदा की तलाश कानपुर में पिछले साल हुए ट्रेन हादसे में हो रही है। इस हादसे में 150 लोगों की मौत हुई थी। उपाध्याय ने बताया कि नेपाल पुलिस भारतीय पुलिस के साथ मिलकर काम करेगी, होदा पर भारत में कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। शमशुल होदा के साथ जिन तीन को गिरफ्तार किया गया है उनकी पहचान बृज किशोर गिरी, आशीष सिंह और उमेश कुमार कुर्मी के तौर पर हुई है। ये सभी दक्षिणी नेपाल के कलैया जिले के रहने वाले हैं।
पुलिस की ओर से बताया गया कि शमशुल होदा नेपाल के बारा जिले में हुए दोहरे हत्याकांत का मास्टरमाइंड भी है। नेपाल पुलिस के डीआईजी पशुपति उपाध्याय ने बताया होदा के अंतरराष्ट्रीय आपराधिक समूहों से संबंध हैं, वह नेपाल और भारत में कई आपराधिक वारदातों में शामिल है। उस पर एक केस नेपाल के बारा जिले में पहले से ही दर्ज है। उस पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट के रुप में करने का भी शक है। बिहार पुलिस ने कानपुर रेल हादसे को लेकर तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनके बयान से पता चला कि रेल हादसे में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के हाथ होने का पता चला था। बिहार पुलिस के अनुसार उन तीनों को नेपाल के एक शख्स ने तीन लाख रुपये दिए थे। उस नेपाल के शख्स का शमशुल होदा से संबंध बताया जा रहा है। फिलहाल पुलिस मामले में आगे की जांच कर रही है।
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