राष्ट्रपति बराक ओबामा के लिए भारत नहीं पाक-अफगानिस्तान प्राथमिकता
व्हाइट हाउस में नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल में रह चुके भारतीय मूल के अनीश गोयल ने कहा कि ओबामा प्रशासन के लिए भारत नहीं बल्कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान हमेशा से था प्राथमिकता।
वाशिंगटन। बस चार दिन और राष्ट्रपति बराक ओबामा आधिकारिक तौर पर अमेरिका के राष्ट्रपति पद और व्हाइट हाउस से विदा हो जाएंगे। उनके जाने से पहले भारतीय मूल के अधिकारी ने कहा है कि ओबामा प्रशासन के लिए दक्षिण एशिया में हमेशा से पाकिस्तान और अफगानिस्तान प्राथमिकता थे न कि भारत।
और मजबूत हुए रिश्ते
व्हाइट हाउस में नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के साउथ एशिया के डायरेक्टर अनीश गोयल की मानें तो भले ही ओबामा प्रशासन का ध्यान पाकिस्तान और अफगानिस्तान पर रहा हो लेकिन इस प्रशासन में भारत-अमेरिका के रिश्ते काफी मजबूत हुए। गोयल ओबामा प्रशासन के पहले दो वर्षों में भारत और अमेरिकाको करीब लाने वाली अहम कड़ी थे। नवंबर 2009 में उस समय के भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अमेरिका का दौरा किया था। इसके ठीक एक वर्ष बाद राष्ट्रपति बराक ओबामा अपने पहले भारत दौरे पर पहुंचे थे।
वर्ष 2013 में रिश्तों में आया तनाव
गोयल अमेरिकी थिंक टैंक न्यू अमेरिका फाउंडेशन साउथ एशिया फेलो हैं। उनका कहना है कि भारत और अमेरिका के बीच रिश्तों ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। उन्होंने कहा, 'इन रिश्तों की शुरुआत काफी मजबूती के साथ हुई थी और सभी जानते हैं कि वर्ष 2011 और 2012 के मध्य रिश्ते काफी अच्छे थे और 2013 में रिश्तों में कुछ गिरावट आई। उस समय दोनों तरफ के प्रशासन के लोग एक-दूसरे की आलोचना खुलेआम कर रहे थे।' गोयल, ओबामा के राष्ट्रपति कार्यकाल के पहले दो वर्षों में व्हाइट हाउस में भारतीय डेस्क पर थे।
सभी को थी रिश्तों पर शंका
उन्होंने बताया कि डब्लूयटीओ में केस दर्ज हो चुके थे, भारत उन चीजों को प्रतिबंधित कर रहा था जो अमेरिका के लिए प्राथमिकता थे और इन सबमें देवयानी खोबरागड़े का एपिसोड हुआ। इस एपिसोड ने रिश्तों को और तनावपूर्ण कर दिया। गोयल की मानें तो यह एक ऐसा पल था जब सभी लोग यह जानना चाहते थे कि ये रिश्ते कभी सुधर पाएंगे या नहीं या फिर यह हमेशा से ही ऐसे ही रहेंगे। लेकिन रिश्ते संभलते गए और पिछले दो वर्षों में तो रिश्ते काफी अच्छे मोड़ पर पहुंचे। गोयल ने इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया। गोयल की मानें तो पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश की तरह ही राष्ट्रपति बराक ओबामा हमेशा से भारत के साथ मजबूत रिश्ते चाहते थे।