कुछ दशक और उसके बाद जीने लायक नहीं रहेंगे भारत-पाकिस्तान
जलवायु परिवर्तन पर आई एक नई रिसर्च ने दावा किया अगले 83 सालों में भारत और पाकि्तान समेत पूरे दक्षिण एशिया में जीना असंभव हो जाएगा।
नई दिल्ली। जलवायु परिवर्तन पर आई एक नई रिसर्च ने दावा किया अगले 83 सालों में भारत और पाकि्तान समेत पूरे दक्षिण एशिया में जीना असंभव हो जाएगा। रिसर्च में बताया गया है इन इलाकों में इतनी गर्म हवाए चलेंगी कि मनुष्य के साथ साथ जीवों को भी यहां से पलायन करना होगा क्योंकि यह इलाका जलवायु परिवर्तन के कारण जीने लायक नहीं रह जाएगा।
इस रिचर्स में शामिल वैज्ञानिकों ने बताया कि तापमान बढ़ने के साथ साथ जब उमस भी बढ़ जाती है तो स्थितियां मनुष्य के बर्दाश्त के बाहर हो जाती है। वैज्ञानिकों ने बताया कि आने वाले सालों में पूरी दुनिया में तापमान वृद्धि के साथ साथ उमस भी बढ़ जाएगी जिससे जीन लायक हालात नहीं रहेंगे। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव जिन इलाकों में पड़ेगा उनमें भारत, बांग्लादेश और दक्षिणी पाकिस्तान शामिल हैं। इन इलाकों में सबसे ज्यादा गर्मी और उमस देखने को मिलेगी।
वैज्ञानिकों ने इस तापमान वृद्धि को 'वेट बल्ब' नाम दिया है। वैज्ञानिकों ने बताया कि 35 डिग्री सेल्सियस वेट-बल्ब तापमान होने पर इंसान का शरीर गर्मी को नहीं झेल सकता है और इस स्थिति में कुछ ही घंटो में उसकी जान भी जा सकती हैं। वैज्ञानिकों ने बताया कि सन 2100 आते आते भारत में 32 डिग्री सेल्सियस वेट-बल्ब तापमान हो जाएगा साथ ही भारत के कुछ हिस्सों में 35 डिग्री सेल्सियस वेट-बल्ब तापमान बी देखने को मिलेगा जो कि बेहद भयावह स्थिति होगी।
वैज्ञानिकों ने धरती की अभी की जलवायु की बात करते हुए बताया कि अभी धरती तापमान 3 डिग्री सेल्सियस वेट-बल्ब है। वैज्ञानिकों ने बताया कि इसे रोकने के लिए जल्द ही हमें कार्बन (ग्रीनहाउस) गैसों के उत्सर्जन को कम करने के लिए गंभीरता से कदम उठाना पड़ेगा। अगर ऐसा नहीं हुआ तो तापमान बढ़ने के साथ ही कृषि उत्पादन में कमी देखने को मिलेगी और गर्मी के साथ साथ हमें अकाल से मरते हुए लोग भी दिखाई देंगे।