पाकिस्तान पर परमाणु हमला कर उसे पहली ही स्ट्राइक में तबाह कर सकता है भारत
एक लीडिंग अमेरिकी थिंक टैंक का कहना अगर पाकिस्तान के पास मौजूद परमाणु हथियारों को पहले ही हमले में तबाह कर सकता है भारत।
वॉशिंगटन। अमेरिका के परमाणु रणनीति से जुड़े थिंक टैंक ने कहा है कि इस बात के पर्याप्त सुबूत हैं कि भारत, पाकिस्तान के खिलाफ परमाणु हमला कर सकता है अगर उसे इसकी जरूरत महसूस हुई। इसके साथ ही भारत अपनी, पहले परमाणु हथियार को प्रयोग न करने की नीति को छोड़ सकता है।
खत्म हो जाएगा पाक का परमाणु हथियार भंडार
अमेरिका के थिंक टैंक कार्नेगी की ओर से एक कांफ्रेंस के दौरान यह बात कही गई है और यह कांफ्रेंस न्यूक्लियर पॉलिसी से जुड़ी हुई थी। इस थिंक टैंक ने कहा है कि भारत का पहला हमला शहरों पर केंद्रित नहीं होगा और इस हमले का निशाना पाक के परमाणु हथियारों का ठिकाना होगा। परमाणु मसलों के विशेषज्ञ विपिन नारंग ने इस बात का अंदेशा जताया है। मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में कार्यरत नारंग ने कहा हे कि इस बात के पूरे सुबूत हैं कि भारत, पाक को पहले परमाणु हमला नहीं करने देगा। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में भारत का निशाना सिर्फ पाकिस्तान की मिसाइलों पर ही नहीं होगा बल्कि उसकी कोशिश होगी कि वह पहले ही हमले में पाक की परमाणु ताकत को पूरी तरह से मिटा दे। भारत और पाकिस्तान के बीच इन दिनों जिस तरह के संबंध हैं वह सबसे खराब स्थिति में हैं। भारत की ओर से लगातार आतंकी हमलों के लिए पाकिस्तान को दोष दिया जा रहा है। सितंबर में उरी आतंकी हमले के बाद भारत ने एक सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। हालांकि पाक ने इस दावे को पूरी तरह से खारिज कर दिया था।
अमेरिकी जनरल ने भी कही थी ऐसी बात
इससे पहले मार्च में ही अमेरिका एक के टॉप जनरल ने चेतावनी दी थी और कहा था कि तनाव की वजह से भारत और पाकिस्तान परमाणु युद्ध की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने अपनी चेतावनी में भारत की ओर से पाकिस्तान को अलग-थलग करने के प्रयासों का जिक्र भी किया। अमेरिकी सीनेट की आर्म्ड सर्विसेज कमेटी को जनरल जोसेफ एल वोटेल ने बताया था कि भारत में पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादियों की ओर से हो रहे हमलों और उसकी प्रतिक्रिया की वजह से दोनों देश एक अलग तरह के तनाव से गुजर रहे हैं। भारत की पाकिस्तान को अलग-थलग करने की नीति दोनों देशों के बीच अच्छे रिश्तों की प्रक्रिया का कोई भी मौका कमजोर कर रही है। जनरल ने भारत की उस चिंता के बारे में भी बात की जिसके तहत पाकिस्तान में मौजूद उन तमाम आतंकियों पर कोई एक्शन नहीं लिया जो भारत के खिलाफ आतंकी साजिश रचते हैं। उन्होंने कहा कि भारत को इसी वजह से वर्ष 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम देना पड़ा।