पाक को आतंकियों का स्वर्ग बताने वाले ओबामा अब दे रहे F16
वाशिंगटन। अमेरिका ने पाकिस्तान को आठ एफ-16 फाइटर जेट्स देने का फैसला किया है और इस फैसले का भारत ने कड़ा विरोध किया है। राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अमेरिकी कांग्रेस के विरोध के बावजूद किया है। अभी एक माह पहले अपने आखिरी स्टेट ऑफ द यूनियन एड्रेस में ओबामा ने कहा था कि पाक को अपनी सरजमी से आतंकवाद को समर्थन देना बंद करना होगा।
अमेरिका ने किया भारत को निराश
भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से एक बयान जारी कर कहा गया है कि भारत ने इस मुद्दे पर अपनी नाराजगी जाहिर कर दी है। भारत, अमेरिकी राजदूत रिचर्ड वर्मा को इस मुद्दे पर तलब करेगा।
विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि भारत, अमेरिका के इस फैसले से काफी निराश है। अमेरिका की ओर से इस फैसले के पीछे तर्क दिया गया है कि इस फैसले से आतंकवाद से निपटने में मदद मिलेगी। भारत ने इस तर्क को मानने से इंकार कर दिया है।
कांग्रेस ने किया था विरोध
रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक दोनों ही दलों के प्रभावशाली सांसदों के बढ़ते विरोध के बावजूद अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कांग्रेस को इस बारे में जानकारी दी गई है।
अमेरिकी सरकार की ओर से कांग्रेस को जानकारी दी गई है कि पाकिस्तान सरकार को एफ-16 ब्लॉक 52 एयरक्राफ्ट्स, इक्विपमेंट्स, ट्रेनिंग और बाकी साजो सामान से जुड़े सहयोग वाली विदेशी सैन्य बिक्री करने को मंजूरी दे दी गई है।
पेंटागन की शाखा रक्षा सुरक्षा सहयोग एजेंसी ने एक बयान में कहा कि इसकी अनुमानित कीमत 69.94 करोड़ डॉलर है।
बयान में कहा गया कि यह प्रस्तावित बिक्री दक्षिण एशिया में एक रणनीतिक सहयोगी की सुरक्षा में सुधार में मदद करके अमेरिकी विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा के लक्ष्यों में अपना योगदान देती है।
नहीं पड़ेगा सैन्य संतुलन पर कोई असर
पेंटागन ने कहा कि इससे क्षेत्र में सामान्य सैन्य संतुलन प्रभावित नहीं होगा। प्रस्तावित बिक्री मौजूदा और भविष्य के सुरक्षा से जुड़े खतरों से निपटने में पाकिस्तान की क्षमता में सुधार लाती है।
अधिकारी ने कहा कि अमेरिका, पाकिस्तान को आठ एफ-16 लड़ाकू विमानों की प्रस्तावित बिक्री का पूरा समर्थन करता है। यह पाकिस्तान के एंटी-टेररिज्म ऑपरेशंस में मदद करेगा और इसने अब तक इन अभियानों की सफलता में योगदान दिया है।