अफगानिस्तान और भारत की दोस्ती से जलने वाला पाकिस्तान
काबुल। अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने पाकिस्तान को एक बार फिर से आड़े हाथों लिया है। करजई ने बीबीसी उर्दू को दिए इंटरव्यू में कहा है कि पाकिस्तान हमेशा से भारत और अफगानिस्तान के रिश्तों पर जलता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हमेशा से ही भारत और अफगानिस्तान के द्विपक्षीय संबंधों पर टेढ़ी नजर रखता है।
क्यों पाक को नहीं पसंद भारत के साथ रिश्ते
करजई ने कहा कि उन्होंने कहा कि भारत ही वो देश है जो अफगानिस्तान को नए सिरे से बनाने में उसकी मदद कर रहा है। ऐसे में लाजमी है कि पाक को यह रिश्ते कभी पसंद नहीं आएंगे। गौरतलब है कि करजई वर्ष 2004से 2014 तक अफगानिस्तान के राष्ट्रपति रहे हैं। करजई अक्सर ही पाक की ओर से आतंकियों को जारी मदद पर आवाज उठाते आए हैं।
पढ़ें-अफगानिस्तान में तालिबान की 'बच्चा बाजी'
पाक भी आपसी संबंधों का हिस्सा लेकिन
इस इंटरव्यू में करजई ने कहा कि पाक बिल्कुल नहीं चाहता कि मध्य एशिया में भारत और अफगानिस्तान के बीच कारोबारी रिश्ते बनें। भारत खुद भी गरीब देश है लेकिन इसके बावजूद वह वित्तीय तौर पर अफगानिस्तान की हर संभव मदद कर रहा है।
पढ़ें-भारत से ईरान वाया अफगानिस्तान का सफर पाक का सिरदर्द!
करजई ने कहा कि अफगानिस्तान पाक से भी ऐसी उम्मीद रखता है लेकिन वह यह भी जानता है कि ऐसा कभी नहीं होगा।
पढ़ें-मिलिए अफगानिस्तान एयर फोर्स की पायलट कैप्टन निलोफर से
उनके मुताबिक पाक भी आपसी क्षेत्रीय संबंधों का हिस्सा है जिसमें अफगानिस्तान, भारत और ईरान शामिल हैं। लेकिन फिर भी कभी पाक भारत से बेहतर रिश्ते नहीं चाहता है।
आतंकवाद के लिए फिर दिया पाक को दोष
करजई ने इस इंटरव्यू में एक बार फिर आतंकवाद पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि आतंकवाद अफगानिस्तान के लिए कलंक की तरह है। इससे पाकिस्तान और अफगानिस्तान दोनों ही परेशान हैं। लेकिन दुख की बात यह है कि आतंकियों को पाकिस्तान में पनाह और मदद मिलती है। अगर पाक ऐसा करना बंद कर दे तो वहां भी अमन बहाल होगा।