काबुल के बाद अफगानिस्तान के हेरात की मस्जिद में धमाका, सात लोगों की मौत
काबुल। अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में एक मस्जिद में धमाके की खबर हैं। बताया जा रहा है कि इस धमाके में करीब सात लोगों की मौत हो चुकी है। धमाके से पहले राजधानी काबुल में रॉकेट हमला हुआ था और उसमें करीब 100 लोगों के मारे जाने की खबरें हैं।
15 दिनों से हो रहे आतंकी हमले
हेरात के जाम-ए-मस्जिद में धमाका हुआ है। इससे पहले शनिवार को काबुल में एक ट्रक ब्लास्ट हुआ था और उसमें करीब पिछले करीब 15 दिनों से काबुल में आए दिन कोई न कोई आतंकी हमला हो रहा है। राष्ट्रपति अशरफ घनी ने इसके लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराया है। मंगलवार को राजधानी काबुल में जो हमला हुआ वह यहां के डिप्लोमैटिक एरिया शाश दरक इलाके में हुआ। जिस समय यह आतंकी हमला हुआ उस समय काबुल प्रोसेस में शिरकत करने के लिए 23 देशों के प्रतिनिधि इकट्ठा थे। मंगलवार को अफगान राष्ट्रपति अशरफ घनी ने काबुल प्रोसेस का उद्घाटन किया है।
ट्रक ब्लास्ट में सैंकड़ों मरे
राष्ट्रपति अशरफ घनी के मुताबिक बताया है काबुल में हुए ट्रक ब्लास्ट में 150 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और वर्ष 2001 के बाद से काबुल पर हुआ सबसे खतरनाक हमला है। इस हमले से अलग एक और हमले में एक और रॉकेट भारतीय दूतावास के गेस्ट हाउस में बने टेनिस कोर्ट पर जाकर गिरा। इस हमले में दूतावास के सभी लोग सुरक्षित हैं। इस गेस्ट हाउस में राजदूत मनप्रीत वोहरा रहते हैं और वह पूरी तरह से सुरक्षित हैं। शुरुआती जानकारी के अनुसार सुबह करीब 11:15 मिनट पर रॉकेट यहां पर गिरा और इसे किसी अज्ञात जगह से फायर किया गया था।