यूरोपियन यूनियन के एक आदेश पर पाक ने दी मानवता की दुहाई
इस्लामाबाद। यूरोप में अवैध रूप से रह रहे पाकिस्तानी शरणार्थियों को जल्द ही यूरोप छोड़ना पड़ सकता है। यूरोपियन यूनियन ने वैध शरणार्थियों को संसाधन मुहैया कराने के लिये यह फैसला लिया है।
यूरोपियन यूनियन के इस निर्णय पर नाराजगी जताते हुए पाकिस्तान ने कहा है कि यह मानवता को अपमानित करने जैसा है। उसने यूनियन पर दूसरे देशों के नागरिकों को भी पाकिस्तानी बताकर वापस भेजने का आरोप लगाया है।
इससे पहले पाकिस्तान के दौरे पर आये शरणार्थियों से जुड़े मामलों के ईयू के आयुक्त दिमित्री अवरामोपॉलस ने कहा कि शरणार्थियों के कारण यूरोप इस समय तनाव की स्थिति में है। इस साल करीब आठ लाख शरणार्थी यूरोप पहुंचे हैं।
अवैध रूप से रह रहे करीब 1,68,000 पाकिस्तानियों को 28 देशों का संघ ईयू पहले ही वापसी का आदेश दे चुका है। ये लोग 2004 से 2008 के बीच यूरोप में दाखिल हुए थे। लेकिन, इनमें से 55,750 पाकिस्तानी ही अब तक यूरोप से निकाले जा सके हैं।
इस प्रक्रिया में आ रही दिक्कतों को दूर करने के लिए अवरामोपॉलस पाकिस्तान की यात्रा पर आए हुए हैं।
अवरामोपॉलस ने सोमवार को पाकिस्तानी गृह मंत्री चौधरी निसार अली खान से मुलाकात की। खान ने इस आदेश पर एतराज जताते हुए कहा कि कुछ पाकिस्तानियों को गलत तरीके से आतंकी मामलों में संदिग्ध बताकर यूरोप से निकाला गया है।
उन्होंने कहा कि बिना उचित जांच के अन्य दक्षिण एशियाई देशों के नागरिक भी पाकिस्तान भेजे गए हैं। अवरामोपॉलस ने उन्हें प्रक्रिया में पारदर्शिता बरतने का भरोसा दिलाया।