ब्रिटेन चुनाव: कैडिडेंट की दलील,नल के पानी से प्रभावित होती है लोगों की कामुकता
लिबरल डेमोक्रेडिक पार्टी की उम्मीदवार सुसैन किंग ने कहा कि पानी की सप्लाई में फैमिनिज्म हार्मोन की वजह से में कामुकता प्रभावित हो रही है।
नई दिल्ली। बिट्रेन में चुनावी माहौल है, लेकिन इस चुनावी माहौल में एक महिला उम्मीदवार ने कामुकता का मुद्दा खड़ा कर दिया है। महिला उम्मीदवार की दलील है कि नल के पानी की वजह से लोगों की कामुकता प्रभावित होती है। लिबरल डेमोक्रेडिक पार्टी की उम्मीदवार सुसैन किंग ने कहा कि पानी की सप्लाई में फैमिनिज्म हार्मोन की वजह से में कामुकता प्रभावित हो रही है।
सुसान, जो कि टेलफॉर्ट सीट से चुनाव लड़ रही है उन्होंने कहा कि पर्यावरण में कई सारे फैमिनिज्म हार्मोन मिल रहे हैं, जिस पर ध्यान देने बेहद जरूरी है। सुसान ने कहा कि ये फैमिनिज्म हार्मोन लोगों की कामुकता को प्रभावित करते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को ये स्वतंत्रता मिलनी चाहिए वो इस बात का फैसला खुद कर सके कि उन्हें कैसे जीना है। ऐसे में सरकार को इस प्रदूषण और पर्यावरण प्रदूषण पर ध्यान देने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि ब्रिटेन की सरकार को माइक्रोबिड्स जैसे जल प्रदूषकों को पूरी तरह से बैन कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि औद्योगिक विकास की वजह से हमारी जीवनशैली बदल गई है। इनकी वजह से पानी में फार्मास्यूटिकल्स अवशेष मिल रहे हैं जो जीवों के जेंडर को प्रभावित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये प्रदूषक न केवल जेंडर बल्कि अन्य स्वास्थय समस्याएं भी पैदा कर रहे हैं। इसकी वजह से दांतों की समस्या पैदा हो जाती है। हलांकि उनके इस बयान को लेकर पार्टी को आलोचनाएं झेलनी पड़ रही है।