बदलिये अपना सामान्य ज्ञान, मिस्र की राजधानी अब काइरो नहीं रहेगी
दुनियाभर के देश अपने देश की राजधानी किस आधार पर घोषित करते हैं यह सोच पाना थोड़ा मुश्किल है। आस्ट्रेलिया की राजधानी मेलबर्न, सिडनी की बजाए कैनबरा क्यों है। या फिर अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी की जगह न्यूयॉर्क क्यूं नहीं है।
मिस्त्र की सरकार हमेशा अपने फैसलों के लिए विवाद में रहती है। लेकिन इस बार मिस्त्र अपने देश की राजधानी को काइरो को बदलने की योजना बना रहा है। सीएनएन की खबर की मानें तो मिस्त्र किसी अनजान जगह को अपनी राजधानी घोषइत कर सकता है।
विशालकाय
होगी
नयी
राजधानी
खबरों की मानें तो मिस्र की राजधानी को एक ऐसे जगह ले जाया जाएगा जिसका क्षेत्रफल 390 स्क्वॉयर किलोमीटर होगी जोकि लगभग सिंगापुर के बराबर होगी। यहां 70 लाख लोगों को बसाया जाएगा जबकि होटलों में 40000 कमरों का निर्माण होगा। इसके साथ ही 2000 स्कूलों और अस्पतालों का भी इस नयी राजधानी में निर्माण कराया जाएगा बताया जा रहा है कि इस नयी राजधानी में लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट से भी बड़ा एयरपोर्ट बनाया जाएगा।
बढ़ती
आबादी
की
वजह
से
बदली
जा
रही
राजधानी
मिस्र की राजधानी को बदलने की वजह बतायी जा रही है यहां की बढ़ती आबादी जोकि 1 करोड़ 80 लाख तक पहुंच गयी है। जिसकी वजह से यह शहर काफी ज्यादा सघन हो गया है और आने वाले समय में यह और सघन होता जाएगा।
आपको बता दें कि मिस्र की राजधानी को परिवर्तित करने में अच्छा-खासा खर्चा भी आएगा। इसके लिए निवेशकों को आकर्षित करने के लिए शर्म अल शेख में एक बैठक की जाएगी। जहां मिस्र के मंत्री 45 बिलियन डॉलर की हाउसिंग स्कीम की घोषणा करेंगे।
इन
देशों
ने
भी
बदली
है
अपनी
राजधानी
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब कोई देश अपनी देश की राजधानी बदल रहा है। इससे पहले तरबीन 50 साल पहले ब्राजील ने भी साओ पोलो से रियो स्थानांतरित की थी। वहीं नाइजीरिया ने भी अपनी राजधानी को 1990 में अबुजा स्थानांतरित किया था। जबकि म्यांमार ने अपनी राजधानी को यंगून से नैप्यदा स्थानांतरित की थी।