ट्रंप ईरान को नहीं बनाने देंगे परमाणु हथियार, इजरायल और फिलीस्तीन के बीच बनेंगे शांति दूत!
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने की व्हाइट हाउस में द्विपक्षीय वार्ता। इजरायल और फिलस्तीन पर की रुख बदलने की मांग।
वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू से व्हाइट हाउस में मुलाकात की। इस मुलाकात में उन्होंने ईरान के परमाणु हथियारों पर तो बात की लेकिन साथ ही पहली बार इजरायल और फिलीस्तीन के लिए अपने रुख में परिवर्तन की एक झलक भी दिखाई।
इजरायल से किया एक वादा
ट्रंप ने नेतान्याहू से वादा किया कि वह ईरान को न्यूक्लियर वेपेन डेवलप नहीं करने देंगे। साथ ही उन्होंने तेहरान के साथ हुए परमाणु समझौते को दुनिया का एक सबसे खराब समझौता करार दिया। ट्रंप ने अपने कैंपेन में कई बार ईरा
शांतिदूत बनाना चाहते हैं ट्रंप
ट्रंप का हैरान करने वाला रवैया उस समय नजर आया जब उन्होंने कहा कि वह इजरायल और फिलीस्तीन के बीच शांति बहाल करना चाहते हैं। ट्रंप ने इजरायल से जेरुसलम के विवादित इलाके में नई बस्ती बनाने का काम बंद करने को भी कहा है। आपको बता दें कि जैसे ही ट्रंप ने राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी वैसे ही इजरायल ने 'सैटेलमेंट पॉलिसी' के तहत इस बस्ती के बारे में ऐलान किया था। यूनाइटेड नेशंस में उसके खिलाफ प्रस्ताव भी अाया था और ट्रंप ने उसका विरोध भी किया था। ट्रंप ने व्हाइट हाउस में मुलाकात के दौरान कहा कि उन्हें वही विकल्प पसंद आएगा जिस पर इजरायल और फिलीस्तीन रजामंद होंगे। ट्रंप के रुख से साफ है कि अमेरिका अब इजरायल और फलस्तीन को लेकर अपनी उस नीति में बदलाव कर रहा है जिसे रिपब्लिकन और डेमोक्रेट दोनों ही प्रशासन दशकों से मानते आए हैं।