चीन ने दलाई लामा पर फिर दी धमकी, कहा अरुणाचल दौरे की मंजूरी देना भारत की बड़ी गलती
दलाई लामा का अरुणाचल दौरा न रोक पाने से निराश चीन ने फिर भारत को धमकाया। कहा दलाई लामा को अरुणाचल जाने की मंजूरी देकर भारत ने की है एक बड़ी गलती, पड़ेगा रिश्तों पर असर।
बीजिंग। तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा पांच से सात अप्रैल तक अरुणाचल प्रदेश के तवांग के दौरे पर होंगे। चीन ने इस दौरे से पहले भारत को धमकी देकर उनका दौरा रोकने की काफी कोशिशें की लेकिन अब उसे अहसास हो गया है कि दलाई लामा को वह अरुणाचल जाने से नहीं रोक सकता है। इसे परेशान चीन ने एक बार फिर से भारत को धमकी दी है।
पड़ेगा दोनों के रिश्तों पर असर
चीन ने भारत से कहा है कि उसने दलाई लामा को अरुणाचल प्रदेश के तवांग का दौरा करने की मंजूरी देकर बहुत बड़ी गलती की है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ल्यू कांग ने शुक्रवार को धमकी देते हुए कहा, 'यह कदम दोनों देशों के संबंधों को खासा प्रभावित करेगा। चीन, दलाई लामा की अरुणाचल में गतिविधियों का पुरजोर विरोध करता है और भारत के सामने इससे जुड़ी चिंताएं साफ जाहिर कर दी गई हैं।' चीन ने चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरीडोर (सीपीईसी) को लेकर भी अपना रुख साफ कर दिया है। चीन, सीपीईसी के तहत पीओके में इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रहा है। भारत इस हिस्से पर अपना हक जताता है।
वर्ष 2009 में भी अरुणाचल गए थे दलाई लामा
चीन ने हमेशा भारत को कहा है कि उसे सीपीईसी से डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह भारत की कश्मीर पर बनी नीति को जरा भी प्रभावित नहीं करेगा। कांग ने कहा कि चीन-भारत सीमा के पूर्वी हिस्से पर चीन की स्थिति एक दम साफ है। उन्होंने जानकारी दी कि दलाई लामा हमेशा से ही अलगाववादी गतिविधियों को बढ़ावा देते आए हैं। लेकिन इसके बावजूद भारत ने उन्हें इस क्षेत्र का दौरा करने की मंजूरी दी है। पिछले वर्ष अक्टूबर में भारत ने दलाई लामा को अरुणाचल का दौरा करने की मंजूरी दी थी और तब से ही चीन की ओर से कई बार विरोध जताया जा चुका है। दलाई लामा ने आखिरी बार वर्ष 2009 में तवांग का दौरा किया था। उस समय नेपाल और भूटान से करीब 30,000 अनुयायी उन्हें सुनने के लिए पहुंचे थे।