डोवाल पहुंचे अमेरिका, डोनाल्ड ट्रंप के रक्षा मंत्री से पाकिस्तान और आतंकवाद पर की चर्चा
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोवाल, अमेरिका और भारत के बीच काउंटर-टेररिज्म पर सहयोग को और मजबूत करने के लिए पहुंचे अमेरिका। डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद डोवाल का दूसरा दौरा।
वॉशिंगटन। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोवाल इस समय अमेरिका में हैं। नवंबर 2016 में जब डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव जीता और जनवरी में जब उन्होंने राष्ट्रपति पद की शपथ ली उस समय से लेकर अब तक यह डोवाल का दूसरा अमेरिकी दौरा है जो कि काफी अहम साबित हो सकता है।
पाक का आतंकवाद बना गले की हड्डी
डोवाल, अगर अमेरिका में हैं तो इस बात की पूरी संभावना है कि वह भारत-अमेरिका के बीच काउंटर-टेररिज्म के सहयोग को बढ़ाने पर बातचीत कर सकते हैं। कई मुलाकातों के दौरान डोवाल ने इस बात पर जोर दिया है कि आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए दोनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ाया जाना चाहिए। डोवाल इस बात की भी वकालत करते आए हैं कि भारत और अमेरका के बीच रक्षा सहयोग को भी बढ़ाया जाना चाहिए। एनएसए डोवाल ने इस बार अमेरिका के रक्षा मंत्री जेफ सेशंस से मुलाकात की है। उन्होंने मैरीटाइम टेरर, क्षेत्रीय सुरक्षा और काउंटर-टेररिज्म पर बात की है। अधिकारियों की ओर से बताया गया है कि मीटिंग काफी सकारात्मक और नतीजा देने वाली रही है। डोवाल ने अमेरिका को बता दिया है कि भारत और अमेरिका को आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए बड़ा रोल अदा करना होगा। भारतीय क्षेत्र में सुरक्षा के काफी गंभीर खतरे हैं और इन खतरों को निबटाने के लिए दोनों देशों को साथ आना होगा। इसके अलावा उन्होंने पाकिस्तान की ओर से बढ़ते आतंकवाद का जिक्र किया और अमेरिका को बताया कि पाक समर्थित आतंकवाद भारत को खासा नुकसान पहुंचा रहा है।
क्या-क्या पूछा ट्रंप के अधिकारियों ने
जेफ सेशंस के साथ मुलाकात के समय डोवाल ने हर बार की तरह साइबर टेररिज्म का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने अमेरिका को बताया कि साइबर टेररिज्म कितना बड़ा खतरा बन गया है। अमेरिका ने भारत से अफगानिस्तान के बारे में उसके विचार जाने। ट्रंप के अधिकारियों ने डोवाल से यह भी पूछा कि इस क्षेत्र में और कौन-कौन से देश हैं जो खतरा बन सकते हैं। हालांकि पाकिस्तान पर कोई खास चर्चा नहीं हुई लेकिन इस देश में पनपता आतंकवाद जरूर चर्चा का विषय था। इस पर काफी देर तक अधिकारियों से चर्चा की। इससे पहले जब ट्रंप ने माइकल फ्लिन को अमेरिका के एनएसए बनाने का ऐलान किया था तो डोवाल खासतौर पर अमेरिका गए थे। उन्होंने उस दौरान करीब एक घंटे तक फ्लिन से कई अहम मुद्दों पर चर्चा की थी।