जानिए, किन कोड वर्ड्स के जरिए IS भारत में चला रहा जिहादी मिशन
हैदराबाद। भारत में अपना जाल फैला फैला रहे आईएसआईएस के आका देश में जिहादी मिशन में लगाए लगे अपने एजेंटों से बात करने के लिए कोड वर्ड्स और कोड नेम का इस्तेमाल करते हैं। एनआईए की जांच में यह खुलासा हुआ है।
पोपो, जरासिम, अफगन, एक्यू, अरमान, अर्मनसानी, जर्रार और इस तरह के अनकों शब्द आईएसआईएस की डिक्शनरी के हैं।
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क्या हैं कोड वर्ड्स के मतलब
आईएसआईएस ने इसके लिए एक कोडवर्ड डिक्शनरी तैयार किया है ताकि उनकी बातों को भारत की सुरक्षा एजेंसिया ट्रैक न कर सकें।
डिक्शनरी में पोपो का अर्थ पुलिस है और जरासिम का मतलब नेशनल इंवेस्टिगेटिव एजेंसी यानि एनआईए है। आईएस अपने एजेंटों को यह डिक्शनरी बांट रहा है।
डिक्शनरी में तालिबान के लिए टी, अल कायदा के लिए एक्यू और अफगानिस्तान के लिए अफगन शब्द लिखे गए हैं।
युसुफ संभालता है भारत में आईएस का काम
भारत के युवाओं को आईएस की तरफ आकर्षित करने और आतंकी संगठन में भर्ती करने का काम सीरिया से भगोड़ा आतंकी युसुफ अल हिंदी करता है।
हैदराबाद और देशभर में फैले आईएस एजेंटों से युसुफ उर्फ शफी अरमार ने बातचीत के दौरान इन्हीं कोड वर्ड्स का इस्तेमाल किया।
सभी एजेंटों के हैं कोड नेम
आईएस सिर्फ कोड वर्ड्स ही नहीं, एजेंटों के लिए कोड नेम का भी इस्तेमाल करता है। युसुफ ने एजेंटों को यह सख्त निर्देश दे रखा है कि सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर आने से बचने के लिए वे कोड वर्ड्स और कोड नेम का इस्तेमाल करें।
आतंकियों का हथियार बना यह पोर्टल
आईएस की तरफ युवाओं को प्रेरित करने वाले फोटो और वीडियो शेयर करने के लिए आतंकी https://justpaste.it/ का इस्तेमाल कर रहे हैं।
एनआईए की जांच में यह खुलासा हुआ है कि युसुफ और उसके एजेंटों ने भारत में आईएस की तरफ आकर्षित युवाओं को वीडियो और फोटो के वेबसाइट लिंक्स सोशल मीडिया, ईमेल या अन्य मीडिया के जरिए भेजे।
इन फोटो और वीडियो के साथ ऐसे मैसेज थे जिनमें कोड वर्ड्स में यह समझाया गया था कि आईएस के लिए काम कैसे गुप्त तरीके से करें।
युसुफ अल हिंदी के साथ दो और आतंकी भारत में खासतौर पर हैदराबाद के युवाओं को आईएस में भर्ती करने के लिए सक्रिय हैं।
हवाला के जरिए भारत में आईएस भेजता है पैसा
एनआईए के अनुसार, युसुफ ने हवाला के जरिए महाराष्ट्र से गिरफ्तार किए गए मुदब्बिर को पांच लाख रुपए भेजे। मुदब्बिर ने उसके बाद इन पैसों को अन्य एजेंटों तक पहुंचाया।
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