चीन ने फिर उगला जहर: मोदी पर साधा निशाना, लगाए ये 5 आरोप
पहले चीनी थिंक टैंक ने भारत को युद्ध की धमकी दी और अब चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में यांग सिलिंग बता रहे हैं कि ड्रैगन से टकराने की इंडिया को कीमत चुकानी होगी।
नई दिल्ली। भारतीय सीमा में चीनी सैनिकों का दखल किसी से छिपा नहीं है। ये बात और है कि वह खुद को हमेशा दूध का धुला बताकर उल्टा भारत पर आरोप मढ़ देता है। सिक्किम में बॉर्डर पर टकराव को लेकर बीते कई दिनों से चीन की ओर से नफरत भरे बयान आ रहे हैं। हालांकि, भारत इनका बखूबी जवाब दे रहा है, लेकिन लगता है ड्रैगन दिल अभी भरा नहीं है।
लेख में चीन ने भारत पर साधा निशाना
पहले चीनी थिंक टैंक ने भारत को युद्ध की धमकी दी और अब चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में यांग सिलिंग बता रहे हैं कि ड्रैगन से टकराने की इंडिया को कीमत चुकानी होगी। 4 जुलाई को ''बॉर्डर टकराव से भारत को ज्यादा नुकसान'' हेडलाइन से छपे इस लेख में भारत को न केवल धमकियां दी गई हैं बल्कि दक्षिण एशियाई देशों को भड़काने के भी आरोप लगाए गए हैं।
आर्टिकल में भारत पर लगाए गए हैं ये आरोप
यांग सिलिंग लिखते हैं कि जब बराक ओबामा अमेरिकी राष्ट्रपति थे, तब भारत रणनीति एकदम साफ थी, लेकिन डोनाल्ड ट्रंप के व्हाइट हाउस में आने के बाद से उसकी महत्वाकांक्षा बढ़ गई है। लेख में कहा गया है कि भारत ने ओबामा के कार्यकाल में रूस और अमेरिका को चीन के खिलाफ उकसाने की कोशिश की, लेकिन उसे समझ आ गया कि चीन की हैसियत क्या है। अमेरिका और रूस कभी भारत की साइड नहीं लेंगे, क्योंकि उनके चीन के साथ आर्थिक हित जुड़े हुए हैं।
पड़ोसियों को भड़काने का आरोप
ग्लोबल टाइम्स के लेख में भारत पर भूटान समेत दक्षिण एशियाई देशों को चीन के खिलाफ भड़काने का भी आरोप लगाया गया है। चीन का आरोप है कि भारत पड़ोसी देशों को कह रहा है कि वह चीन की साइड न लें।
लेख में कहा गया है कि भारत के उकसावे में चीन नहीं आने वाला है। हालांकि, लेखक ने माना कि बॉर्डर पर चीन और भारत ने शांति और स्थिरता के प्रयास किए हैं, लेकिन साथ ही यह भी कह दिया कि ''जमीनी सच यह है कि भारतीय पक्ष ठीक से मामले को हैंडल'' नहीं कर रहा है।
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मोदी के आने से बढ़ी समस्या
चीन के इस सरकारी अखबार में पीएम नरेंद्र मोदी को चीन विरोधी बताया गया है। अखबार का मानना है कि मोदी के आने से समस्या बढ़ी है। इतना ही नहीं, लेखक ने यह भी दावा है कि भारत की ओर से उकसावे की यह कार्रवाई आखिरी नहीं है। वह दोबारा ऐसा जरूर करेगा। चिंतित चीन ने जब भारत 62 युद्ध के अनुभव से समझाने की कोशिश की तो भारतीय रक्षा मंत्री ने कह दिया कि 2017 का भारत अलग है।
चीन लगातार कर रहा जुबानी हमले
इससे पहले सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने भी कहा था कि हम युद्ध के लिए तैयार हैं। भारत के ये बयान गैर जिम्मेदाराना हैं। हालांकि, चीनी राइटर उस बयान का जिक्र करना भूल गए, जिसमें ड्रैगन ने कहा था, ''2017 चीन भी काफी बदल चुका है''।
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