चीन तैयार कर रहा पहला तैरता हुआ न्यूक्लियर पॉवर रिएक्टर
जुलाई में चीन की ओर से कहा गया था कि साउथ चाइना सी में वो न्यूक्लियर पॉवर रिएक्टर बनाने की योजना पर आगे बढ़ेंगे।
बीजिंग। चीन ने बड़ा और अहम फैसला लेते हुए पहला तैरता हुआ न्यूक्लियर पॉवर रिएक्टर बनाने के काम में जुट गया है। दक्षिण चीन सागर में विवाद के मद्देनजर चीन का ये फैसला चौंकाने वाला है।
चीन का कूटनीतिक कदम
पहला तैरता हुआ न्यूक्लियर पॉवर रिएक्टर लगाने की कवायद में जुटा चीन इस दशक के अंत में इसे समुद्र में तैनात करने की योजना बना चुका है।
चीन तैयार कर रहा बेबी रिएक्टर, विवादित SCS में करेगा स्थापित
सरकार के नियंत्रण वाले चीन जनरल न्यूक्लियर पॉवर ग्रुप (सीजीएन) ने एसीपीआर50एस रिएक्टर का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है।
जुलाई में चीन की ओर से कहा गया था कि साउथ चाइना सी में वो न्यूक्लियर पॉवर रिएक्टर बनाने की योजना पर आगे बढ़ेंगे।
साउथ चाइना सी को लेकर बढ़ेगा टकराव
बता दें कि उसी समय एक अंतरराष्ट्रीय कोर्ट ने चीन को बड़ा झटका दिया था। उस समय कोर्ट की ओर से कहा गया था कि साउथ चाइना सी के अधिकार को लेकर चीन का कोई भी ऐतिहासिक आधार नहीं है।
साउथ चाइना सी पर अमेरिका की गश्त, चीनी सुखोई जापान के करीब
हालांकि चीन मानता नहीं दिख रहा है। उसकी तैयारी है कि साउथ चाइना सी में जल्द से जल्द पहला तैरता हुआ न्यूक्लियर पॉवर रिएक्टर लगा सके। बता दें कि दक्षिण चीन सागर को लेकर कई देशों के बीच ठनी हुई है।
इनमें चीन के अलावा फिलीपींस, वियतनाम, मलेशिया, ब्रूनेई और ताइवान के नाम शामिल हैं। अब ऐसे हालात में चीन का यहां पहला तैरता न्यूक्लियर रिएक्टर लगाने का फैसला किसी बड़े विवाद की वजह बन सकता है।
दुनिया का पहला तैरता न्यूक्लियर पॉवर रिएक्टर
जानकारी के तौर पर बता दें कि पहला तैरता न्यूक्लियर रिएक्टर बनाने की योजना संयुक्त राष्ट्र में 1970 में बनाया गया था हालांकि बाद में ये किसी कारणवश रोक दिया गया।
चीन ऐसे निपटा था प्रदूषण से, दिल्ली भी पा सकता है निजात
बता दें कि एसीपीआर50एस प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय विकास एवं रिफॉर्म कमिशन द्वारा पास किया गया है। ये संस्था देश की आर्थिक योजनाओं को बनाती है।