भारत के आर्थिक विकास से घबराए चीन को मीडिया ने दी बेचैन न होने की सलाह
बीजिंग। चीन की मीडिया ने चीन को एक अहम सलाह दी है। चीन की मीडिया ने सलाह दी है कि भारत को इस समय बड़ी मात्रा में विदेश निवेश मिल रहा है। इस निवेश की वजह से उसका मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर और आगे बढ़ेगा। चीन को ऐसे में शांत रहने की जरूरत है और नए दौर के लिए ज्यादा प्रभावी रणनीति बनाने पर काम करना होगा।
'भारत के उदय से घबराने की जगह रणनीति तैयार बनाएं'
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में आए एक आर्टिकल में ये बातें कहीं गई हैं। यह आर्टिकल रविवार को पब्लिश हुआ है। इसमें लिखा है कि विदेशी निवेशकों की ओर से आने वाला यह निवेश भारत की अर्थव्यवस्था, रोजगार और औद्योगिक विकास के लिए एक बड़ी अहमियत रखता है। भारत का उदय देखने पर भी चीन को शांत रहना होगा। उसे भारत के साथ हो रही प्रतियोगिता का सामना करने के लिए एक मजबूत रणनीति बनानी होगी। आर्टिकल की मानें तो जो कुछ भी भारत में हो रहा है वह बिल्कुल चीन में हुए विदेशी निवेश का दोहराव है। ऐसे में भारत की सफलता तय है। आर्टिकल में आगे लिखा है, 'भारत पूर्व में पूंजी की कमी से जूझा था, फिर एक ऐसा मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर विकसित हुआ और ऐसे क्षमतावान कामगारों को शामिल किया गया जिसने विदेश निवेश को आकर्षित किया। यही अब भारत को उसकी समस्याओं को दूर करने में मदद कर रहा है और साथ ही सरकार को भी उसके 'मेक इन इंडिया' पहल के लिए समर्थन दे रहा है।'
दोनों देशों के बीच तनाव और उसके बाद सलाह
इस आर्टिकल में चीनी कंपनियों समेत कुछ ऐसी विदेशी कंपनियों को शामिल किया गया जो भारत में निवेश कर रही हैं। आर्टिकल के मुताबिक भारत में जो आज हो रहा है वह चीन में दो दशक पहले हो चुका है। जिस तरह से चीन में सुधार प्रक्रिया के दौरान चीजें हुईं, बाजार और खुला और विदेशी निवेश आया, वही सब अब भारत में हो रहा है। इसकी वजह से भारत को अपने मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर को और विकसित करने में नई क्षमता मिली है। यह क्षमता भारत को बड़े स्तर पर क्षमतावान कामगारों, मैनेजर्स और फैक्ट्रियों को मौका देने में मदद करेगी। यह आर्टिकल ऐसे समय में आया है जब भारत और चीन सिक्किम के डोकलाम में आमने-सामने हैं। ग्लोबल टाइम्स इससे पहले भी एक बार चीन को भारत से सीख लेने की सलाह दे चुका है। ऐसा कम ही होता है जब ग्लोबल टाइम्स किसी मुद्दे पर भारत की सराहना करता है।