उत्तर कोरिया के ख़िलाफ़ चीन का कड़ा कदम
चीन की ओर से उत्तर कोरिया पर लगाए गए प्रतिबंध के पीछे क्या है असल वजह?
चीन ने उत्तर कोरिया से आयात होने वाले कोयले, कच्चा लोहा और सी-फूड पर मंगलवार से रोक लगा दी है.
चीन का यह क़दम संयुक्त राष्ट्र के उस आदेश के बाद आया है जिसमें बीते महीने उत्तर कोरिया के दो मिसाइल टेस्ट के बाद उस पर प्रतिबंध लगा दिया गया था.
उत्तर कोरिया का 90 फ़ीसदी अंतरराष्ट्रीय व्यापार चीन के साथ है. अमरीका की ओर से उत्तर कोरिया पर लगाए गए आरोपों के बाद चीन ने पूरी तरह पाबंदी लगाई है.
आर्थिक असर
इसी महीने संयुक्त राष्ट्र ने उत्तर कोरिया पर नए प्रतिबंध लगाए थे जिनकी वजह से देश को एक बिलियन डॉलर (लगभघ 64 अरब रुपये) का नुकसान एक साल में होने के आसार हैं.
अमरीकी प्रतिनिधि मंडल की ओर से सुरक्षा परिषद को सौंपे गए आंकड़ों में इस बात का दावा किया गया है. हालांकि बीते साल उत्तर कोरिया से चीन में कुल 1.2 बिलियन डॉलर (लगभग 76 अरब रुपये) का कोयला आयात किया गया था.
विशेषज्ञों के मुताबिक़, इस साल यह आंकड़ा और कम होगा क्योंकि चीन ने फ़रवरी में ही प्रतिबंध लगा दिया था.
ऑरेगॉन स्थित नाउटिलस इंस्टीट्यूट के डेविड वॉन हिप्पल ने कहा, ''चीन ने पहले ही 2017 के लिए अपने इस्तेमाल भर का कोयला आयात कर लिया है. इसलिए उस पर ज़्यादा असर नहीं पड़ेगा. उत्तर कोरिया बाकी जिन देशों को निर्यात करता है वह कम है.''
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विशेषज्ञों का मानना है कि प्रतिबंध का असर कच्चे लोहे और सी-फ़ूड पर ज़्यादा हो सकता है.
हालांकि ये दोनों चीजें उत्तर कोरिया से निर्यात होने वाली चीजों में सबसे कम राजस्व देने वाली हैं. इसी साल इन दोनों इंडस्ट्री में निर्यात बढ़ा था.
इस साल के शुरुआती पांच महीनों में कच्चे लोहे का निर्यात बढ़कर 74.4 मिलियन डॉलर (4.76 अरब रुपये) हो गया. यह आंकड़ा 2016 के पूरे राजस्व के बराबर है.
मछलियों और सी-फ़ूड का कुल आयात जून में कुल 46.7 मिलियन डॉलर (2.99 अरब रुपये) था, जबकि मई में आंकड़ा 13.6 मिलियन डॉलर (87 करोड़ रुपये) था.
ये प्रतिबंध उत्तर कोरिया में विकसित हो रही कपड़ा इंडस्ट्री पर लागू नहीं होंगे.
वॉन हिप्पेल ने कहा कि वैसे तो ये इंडस्ट्री भी कोयले की तरह ही बड़ी है, लेकिन हक़ीक़त में इसका महत्व कम है क्योंकि उत्तर कोरिया की मजबूरी इसके लिए चीज़ें आयात करना है.
व्यापार और सुरक्षा
ये प्रतिबंध अमरीका और उत्तर कोरिया में बढ़ती तकरार के साथ ही साथ अमरीका और चीन के बीच व्यापारिक मामलों में बढ़ती चिंता के बीच लगाए गए हैं.
अमरीका और उत्तर कोरिया के बीच कई हफ़्तों की गरमागरम बहस के बाद मंगलवार को उत्तर कोरिया के नेता किंग जोंग-उन ने अमरीकी सीमा के गुआम क्षेत्र में हमले को फ़िलहाल टाल दिया है.
बढ़ते तनाव के बीच अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की उस चेतावनी के बाद ये प्रतिबंध लगाए गए हैं जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर उत्तर कोरिया ने धमकी देना बंद नहीं किया तो उसका हश्र बुरा होगा.
सोमवार को अमरीकी राष्ट्रपति ने नकली सामान बेचने और कॉपीराइट मामलों को लेकर चीन के ख़िलाफ़ जांच के आदेश दिए थे. चीनी मीडिया ने माना कि ऐसा करके ट्रंप ने चीन पर उत्तर कोरिया के ख़िलाफ़ और सख़्त रुख अपनाने का दबाव बनाने की कोशिश की है.
आधिकारिक तौर पर अमरीका ने दोनों मामलों को एक साथ जोड़ने से इनकार किया है. हालांकि राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने एक बयान में पहले कहा था कि उत्तर कोरिया के मामले में मदद के बदले वो चीन पर थोड़ा नरम रुख अपना सकते हैं.