अब चीन में वानरसेना संभालेगी एयरपोर्ट की जिम्मेदारी
इन बंदरों को खासतौर पर पक्षियों के झुंड से उड़ानों को बचाने के लिए खासतौर पर ट्रेनिंग दी जा रही है।
चीन की एयरफोर्स की आधिकारिक वेबसाइट पर इस बात की जानकारी दी गई है। वेबसाइट के मुताबिक इन बंदरों को हवाई अड्डे के आसपास मौजूद पेड़ों पर पक्षियों के घोंसले को नष्ट करना व उड़ानों के समय इन्हें दूर रखना सिखाया जा रहा है।
हालांकि, इस हवाई अड्डे के बारे में कोई भी सही जानकारी नहीं दी गई है। इस हवाई अड्डे को इन पक्षियों के कारण काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इनसे बचने के लिए पटाखे व हथियारों का इस्तेमाल भी ज्यादा कारगर साबित नहीं हो पाया। अब इन बंदरों को चीनी सेना का नया हथियार बताया जा रहा है।
ट्रेनिंग के दौरान इन बंदरों को सीटी की आवाज पर प्रशिक्षित किया जा रहा है। ये अपने ट्रेनर की सीटी पर जवाब देते हुए काम करते हैं। एक बंदर छह घोंसले नष्ट कर सकता है और इस लिहाज से 180 से ज्यादा घोंसले तबाह किए जा सकते हैं।
आपको बता दें कि चीन की वायुसेना जानवरों का इस्तेमाल करने वाली पहली सेना नहीं है बल्कि इससे पहले भी कई और देशों की सेनाएं ऐसा कर चुकीं हैं। अमेरिकी सेना डॉल्फिनों का इस्तेमाल बारूदी सुरंगों को खोजने के लिए करती रहीं हैं। दुनियाभर की सेनाओं में कुत्तों का इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है।