बड़ी सफलता: कैंसर के बारे में पहले से बता देगा 'स्मोक डिटेक्टर' टेस्ट
नई दिल्ली। कैंसर, नाम सुनते ही रूह कांप जाती है, इस रोग का दर्द वो ही जान सकता है जो खुद या उसके अपने इस भयानक रोग के शिकार होते हैं। हालांकि हर समय ये रोग जानलेवा नहीं होता है लेकिन ऐसा तभी होता है जब कैंसर का पता वक्त पर चल जाये लेकिन ऐसा होता बहुत कम है।
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लंबे वक्त से इस रोग के तोड़ पर वैज्ञानिक और डाक्टर्स काम कर रहे हैं, जिसमें अब जाकर एक उम्मीद की किरण दिखायी पड़ी है।
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ब्रिटिश वैज्ञानिकों द्वारा एक 'स्मोक डिटेक्टर' नाम का टेस्ट विकसित किया जा रहा है, जिससे कैंसर की बीमारी का पता समय रहते लग जायेगा,जिससे हजारों लोगों की जान बचाई जा सकेगी।
कैंसर से जुड़े वो तथ्य जो आप नहीं जानते
ये टेस्ट खून में लाल रक्त कोशिकाओं के परिवर्तन का पता बतायेगा क्योंकि जब आरबीसी में चेंज होते हैं तभी कैंसर की शुरूआत होती है और जहां से परिवर्तन शुरू होता है वहीं पर ट्यूमर जन्म लेता है इसलिए इस टेस्ट के जरिये ब़ॉडी में ट्यूमर वाले हिस्से को पहचाना जा सकेगा और उसकी वक्त रहते सर्जरी भी हो जायेगी।
क्यों है 'स्मोक डिटेक्टर' नाम
जिस तरह से घर में 'स्मोक डिटेक्टर' घर को जलाने से बचाता है, ठीक उसी तरह से ये टेस्ट भी, शरीर को कैंसर जैसे भयावह रोग से बचायेगा इसलिए इस टेस्ट का नाम 'स्मोक डिटेक्टर' रखा गया है।
कैसे होगा टेस्ट
इस टेस्ट के जरिये देखा जायेगा कि आरबीसी की परत पर पाये जाने वाले प्रोटीन की मात्रा में क्या और कितना परिवर्तन हो रहा है। आम तौर पर ये परिवर्तन प्रति मिलियन 10 लाख पर 5 होता है, जबकि कैंसर पीड़ित लोगों में ये परिवर्तन प्रति मिलियन 10 लाख पर 50 से 100 तक होता है।