ब्रिटेन की खतरनाक मिसाइल अफ्रीका की जगह गिर गई अमेरिका में
ब्रिटेन की सबसे खतरनाक मिसाइल ट्राइडेंट अपने लक्ष्य से चूकी। टेस्ट के समय अफ्रीका के तटों पर गिरने की जगह गिर गई अमेरिका में। पहली बार मिसाइल का टेस्ट हुआ है फेल।
लंदन। ब्रिटेन की ट्राइडेंट मिसाइल का पिछले वर्ष किया गया एक टेस्ट फेल होने के बाद से यहां पर सरकार की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। सरकार अब इस मिसाइल के फेल टेस्ट के कवर अप में जुट गई है। ट्राइडेंट मिसाइल को ब्रिटेन की सबसे खतरनाक मिसाइल माना जाता है और इस फेल टेस्ट के बाद ब्रिटेन के पनडुब्बी आधारित मिसाइल सिस्टम पर सवाल उठने लगे हैं।
जून 2016 में हुआ था टेस्ट
यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका की सेनाएं इस मिसाइल का प्रयोग करती हैं। ट्राइडेंट II डी5 का जून 2016 में एक टेस्ट किया गया था। इसे ब्रिटिश पनडुब्बी एचएमएस वेंजेंस से फ्लोरिटा के कोस्ट से लॉन्च किया गया था। संडे टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक इस मिसाइल के फेल टेस्ट को अभी तक सीक्रेट रखा गया है। इस मिसाइल को 5,600 मील दूर अफ्रीका के वेस्ट कोस्ट पर गिरना था लेकिन इसने अपना रास्ता बदल लिया। इसके बाद यह अमेरिका में गिर गई। कहा जा रहा है कि मिसाइल में लॉन्च के बाद एक टेक्निकल फॉल्ट की वजह से ऐसा हुआ था। यूके की वैंगगार्ड क्लास पनडुब्बी से इसके अभी तक सिर्फ पांच टेस्ट हो पाए हैं। एक मिसाइल की लागत 17 मिलियन पौंड या 21 मिलियन डॉलर है। उस समय इस मिसाइल के लॉन्च के बाद सरकार ने एक अजीब सी चुप्पी साध रखी थी।
आगे के प्रोजेक्ट्स पर सवाल
रॉयल नेवी के सूत्रों के मुताबिक पनडुब्बी से लॉन्च होने के बाद इस मिसाइल में कुछ गड़बड़ी आ गई थी और टेस्ट फेल हो गया। आधिकारिक तौर पर इस मिसाइल टेस्ट के बारे में सभी जानकारियों को अभी तक सामने नहीं लाया गया है। टेस्ट के फेल होने के बाद एक अजीब सी घबराहट देखी गई थी। लॉन्च के बाद यह मिसाइल अटलांटिक महासागर की ओर चली गई थी। रॉयल नेवी के सीनियर ऑफिसर्स नहीं चाहते थे कि इस बैलेस्टिक मिसाइल के फेल टेस्ट के बारे में कोई भी जानकारी सामने आए। दिलचस्प बात है कि इस मिसाइल का टेस्ट उस समय फेल हुआ जब सरकार सक्सेसर क्लास की नई पनडुब्बी पर 40 बिलियन पौंड खर्च करने की योजना तैयार कर चुकी थी। ट्राइडेंट मिसाइल का पहला टेस्ट 18 जनवरी 1977 को किया गया था। यह मिसाइल परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है।