बराक ओबामा ने माना अमेरिका में है इस्लाम के प्रति नकारात्मक धारणा
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान की सराहना की है जिसमें उन्होंने कहा कि देश में सभी धर्मों के लोगों को अपने धर्म का पालन करने की आजादी है। पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा था कि हम सभी धर्मों के लोगों को सुरक्षा देंगे और धर्म के आधार पर नफरत और हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
वहीं ओबामा ने भारत में मुसलमानों के अच्छे कामों की सराहना की। ओबामा ने यह भी स्वीकार किया कि अमेरिका में भी कई लोगों के मन में इस समुदाय को लेकर गलत धारणा हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवाद से निपटने के लिए हमें इस नकारात्मक विचारधारा से लड़ना होगा। ओबामा ने कहा कि पश्चिमी देशों में लोगों में इस्लाम की छवि वही है, जो मीडिया ने बनाई है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में मुसलमानों की कम आबादी के चलते इस तरह की विचारधारा भी बढ़ी है।
ओबामा ने विदेश विभाग में हिंसक उग्रवाद निरोधक कार्रवाई पर वाइट हाउस के सम्मेलन में बोलते हुए कहा कि मुसलमानों या इस्लाम के बारे में कोई भी छवि खबरों से बनती है। उन्होंने कहा कि दुनिया भर में एक अरब से ज्यादा लोग इस्लाम का पालन करते हैं। वह डॉक्टर हैं, वकील हैं, शिक्षक हैं, दोस्त हैं और पड़ोसी हैं।
ओबामा के इस बयान को इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि हाल ही में उन्होंने एक बयान में कहा था कि भारत में धर्म के प्रति लोगों में सहनशक्ति कम है। अगर गांधी जी जिंदा होते तो वो ये देखकर चकित हो जाते। जिसके बाद भारत में उनके इस बयान की जबरदस्त आलोचना हुई है।