जानें कैसे एक बाउंसर से आतंकी बन गया अबु हमजा
न्यूयॉर्क। इजिप्ट में जन्मे, अल कायदा और ओसामा बिन लादेन से प्रभावित आतंकी अबु हमजा अल मासिरी को न्यूयॉर्क की अदालत ने आखिरकार सजा सुना डाली। अबु हमजा अल कायदा के खतरनाक आतंकियों में से एक है और उसे एक दो नहीं बल्कि पूरे 11 आरोपों में सजा सुनाई गई है। हमजा को अमेरिका में आतंकी कैंपो को स्थापित करने और लोगों को बंधक बनाने जैसे संगीन आरोपों के अलावा दूसरे आरोपों में न्यूयॉर्क की अदालत ने सजा सुना दी है।
देखते ही दहशत का अहसास
हमजा को देखते ही आप दहशत में आ जाएंगे। एक आंख पत्थर की और एक हाथ हुक वाला, देखते ही पता लग जाएगा कि वह आतंक का सबसे बड़ा और खतरनाक चेहरा है। एक नजर डालिए कौन है यह अबु हमजा और कैसे यह एक बाउंसर से जेहादी बन गया।
नेवी ऑफिसर के घर हुआ था जन्म
- हमजा के बारे में विशेषज्ञ मानते हैं कि वह दुनिया का सबसे प्रभावशाली वक्ता है।
- 56 वर्षीय हमजा का जन्म इजिप्ट के एक नेवी ऑफिसर के घर हुआ था।
- वह वर्ष 1979 में इंग्लैंड आया था।
- इंग्लैंड आने से पहले उसने सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी।
- इंजीनियरिंग की डिग्री होने के बाद भी हमजा ने इंग्लैंड के एक पब में बाउंसर की नौकरी की।
- उसे वर्ष 1986 में इंग्लैंड की नागरिकता मिली।
- इसी समय हमजा जेहाद में रूचि दिखाने लगा।
- उसने पाकिस्तान और अफगानिस्तान की यात्रा भी की।
- अफगानिस्तान में रूसी नागरिकों के खिलाफ छेड़े गए सिविल वॉर के खिलाफ उसने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
- इसी दौरान उसने अपनी एक आंख लड़ाई में गंवा दी।
1997 में शुरू किया धर्म का भाषण
- वर्ष 1997 में हमजा ब्रिटेन वापस आ गया और उसने धर्म पर लोगों को भाषण देना शुरू किया।
- हमजा के भाषण पश्चिमी देशों के खिलाफ होते थे और जल्द ही हजारों लोगों ने उसे फॉलो करना शुरू कर दिया।
- वर्ष 1998 में उसे कुछ दिनों तक हिरासत में रखा गया और फिर रिहा हो गया।
- ब्रिटेन को इस बात की भनक भी नहीं लगी कि वह अपने भाषणों के जरिए जेहादियों की भर्ती कर रहा है।
- सिर्फ इतना ही नहीं उसका मकसद अमेरिका और यूके दोनों ही जगहों पर टेरर मॉड्यूल्स को सेट करना है।
- अथॉरिटीज सिर्फ उस पर नजर रख रही थीं लेकिन उसके खिलाफ कोई भी एक्शन नहीं ले रही थीं।
- 9/11 के बाद जब हमजा ने अपना भाषण दिया जिससे ब्रिटेन के अधिकारी काफी डर गए।
- हमजा ने अपने इस भाषण में ब्रिटेन में हमले करने की बात कही थी।
- इस समय उन्हें लगा कि अब हमजा के खिलाफ एक्शन लेने का समय आ गया है।
आगे पढ़िए कैसे हमजा यमन पहुंचा और कैसे फिर वह अमेरिका और ब्रिटेन के लिए आतंक का दूसरा नाम बनता गया। (Click on Next)