भारत को मिला बांग्लादेश का साथ, चीन ने कहा ये ठीक नहीं
ढाका। भारत के पाकिस्तान की सीमा में जाकर किए गए सर्जिकल ऑपरेशन को पड़ोसी बांग्लादेश का समर्थन मिला है।
जानिए क्या होता है सर्जिकल स्ट्राइक जिसे इंडियन आर्मी ने PoK में दिया अंजाम
भारत और पाक के बीच बढ़ते तनाव के बीच एक बार फिर बांग्लादेश ने भारत के कदम का समर्थन किया है। एक दिन पहले भारत के सार्क समिट के लिए पाक जाने से इंकार के बाद बांग्लादेश ने भी इस्लामाबाद ना जाने का फैसला किया था।
आज बांग्लादेश ने भारतीय सेना के पाक में किए गए सर्जिकल ऑपरेशन को सही और स्वीकार्य बताया है। इस ऑपरेशन में गुरूवार रात को भारतीय सेना ने पाक सीमा में चल रहे आतंकी शिविरों को ध्वस्त करते हुए 38 आतंकियों को मार गिराया गया था।
किसी की संप्रभुता पर हमला ठीक नहीं
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के सलाहकार इकबाल चौधरी ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि अपनी संप्रभुता पर हुए हमले के बाद भारत ने सही कदम उठाया है।
चौधरी ने कहा कि किसी देश की आजादी और संप्रभुता पर हमले को बांग्लादेश ने कभी जायज नहीं ठहराया है। चौधरी ने कहा कि वो युद्ध को किसी समस्या का हल नहीं मानते हैं और दोनों ही देशों से शांति बनाए रखने की अपील करते हैं।
भारत-पाक में तनाव से अमेरिका चिंतित, सुषमा को दो बार आ चुका फोन
कश्मीर पर चौधरी ने कहा कि ये लंबे समय से चला आ रहा एक द्विपक्षीय विवाद है। चौधरी ने कहा कि जरूरत इस बात की है कि हम शांति से रहे।
इकबाल चौधरी ने कहा कि सार्क देशों को जंग नहीं प्यार, शांति, सम्मान और एक-दूसरे की संप्रभुता का ख्याल करते हुए रहना चाहिए।
चीन ने कहा, तनाव कम करें दोनों देश
चौधरी ने कहा कि शेख हसीना ने सरकार में आकर हमेशा इस बात का ध्यान दिया है कि उनके देश में कोई इस तरह की ताकत ना हो जो दूसरे देश को नुकसान पहुंचाने के लिए काम करे।
वहीं भारत के एक दूसरे अहम पड़ोसी चीन का कहना है कि दो देशों के बीच तनाव ठीक नहीं है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि वो चाहते हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम हो।
दिल्ली पुलिस में कांस्टेबलों की भर्ती, चाहिए ये खास योग्यता
चीन की ओर से कहा गया है कि बातचीत के जरिए ही किसी भी मसले का हल निकल सकता है और दोनों देशों को तनाव कम कर बात करनी चाहिए।
गुरूवार रात को भारतीय सेना की ओर से की गई सर्जिकल स्ट्राइक में पाकिस्तान स्थित कैंपों के ध्वस्त होने और 38 आतंकियों के मरने के बाद बढ़े तनाव चरम पर है। दोनों देशों की गतिविधियों पर ना सिर्फ पड़ोसी देशों बल्कि दुनियाभर के देशों की निगाहें हैं।