एप्पल सीईओ टिम कुक ने कहा, आई एम प्राउड टू बी ए गे
कैलिफोर्निया। एप्पल के सीईओ टिम कुक ने अपनी सेक्सुऐलिटी से जुड़ा एक ऐसे सच को दुनिया के सामने लाकर रखा है जिससे उन्हें शर्म नहीं बल्कि खुशी और गर्व का अहसास होता है।
एप्पल के सीईओ कुक ने ब्लूमबर्ग बिजनेसवीक एस्से के दौरान लिखा है, 'आई एम प्राउड टू बी ए गे, और मुझे लगता है कि गे होना भगवान वह अनमोल तोहफा है, जिसके लिए उन्हें भी चुना है।'
मेरे जैसे लोगों को मिलेगी नई ताकत
वर्ष 2011 में एप्पल के सीईओ पदभार संभालने के बाद कुक ने पहली बार सार्वजनिक तौर पर अपनी सेक्सुऐलिटी के बारे में दुनिया को बताया है।
कुक ने आगे लिखा है, 'मुझे नहीं लगता कि मैं कोई एक्टिविस्ट हूं लेकिन अब मैं इस बात को महसूस करता हूं कि मुझे दूसरे लोगों के बलिदानों का ही फायदा मिला है। ऐसे में अगर दुनिया को यह पता लगता है कि एप्पल का सीईओ गे है, तो हो सकता है यह बात हर उस व्यक्ति को संघर्ष करने में मदद करे, जो जिंदगी में आने बढ़ने की ख्वाहिश रखता है।'
सिर्फ मेरी निजता से जुड़ा पहलू नहीं
कुक मुताबिक उनकी यह बात उन लोगों को तसल्ली दे सकती है जो अकेलेपन का अहसास करते हैं और उन लोगों को प्रेरित कर सकती है जो बराबरी के हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। कुक की मानें तो अब यह सिर्फ उनकी निजता से जुड़ा ही कोई पहलू नहीं रह गया है।
लेकिन क्या अमेरिका में मिलेगा बराबरी का दर्जा
एप्पल के सीईओ कुक ने अपनी सेक्सुऐलिटी से जुड़ी जो बात अब जगजाहिर कर दी है, उसके बाद अमेरिका में एलजीबीटी अधिकारों का विरोध करने वाले लोगों और समूहों ने कुक के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर दी है।
वहीं कुछ लोगों का मानना है कि अब जबकि टिम कुक ने यह बात बता ही डाली है तो इस बात की भी पूरी संभावना है कि एलजीबीटी समुदाय और उनसे जुड़े मुद्दों को मुख्यधारा में लाया जा सकेगा।
कुक को किया जाए बैन
रूस में एंटी-गे आंदोलनों को चला रहे रशियन सांसद विटाली मिलोनोव ने तो अब कुक को बैन करने तक की मांग उठा दी है। वाशिंगटन पोस्ट ने विटाली के हवाले से लिखा है कि कुक ने दुनिया के लिए कौन सा काम कर दिया है। ऐसे में उन्हें पूरी जिंदगी के लिए बैन कर देना चाहिए।