चार्ली हैब्दो के एडीटर के बाद सलमान रश्दी अल कायदा के निशाने पर!
पेरिस। बुधवार को पेरिस में हुए आतंकी हमले में चार्ली हैब्दो के एडीटर स्टीफन शारबोनायर की मौत हो गई। खास बात यह है कि स्टीफन की मौत के बाद ही अल कायदा ने ट्विटर पर अपनी मैगजीन इंस्पायर का कवर पेज रिलीज किया है। इंस्पायर की कवर मैगजीन पर दरअसल वह हिटलिस्ट है जो अलकायदा ने तैयार की थी और इस हिट लिस्ट में चार्ली हैब्दो के एडीटर का नाम भी था। उनकी मौत के बाद उनके नाम के आगे एक रेड क्रॉस का निशान लगा दिया गया है। इस हिट लिस्ट में लेखक सलमान रश्दी का नाम भी है।
वर्ष 2013 में बनी हिट लिस्ट
ये हैं वे नाम जो अल कायदा की उस हिट लिस्ट में शामिल है जो उसने वर्ष 2013 में तैयार थी।
- सलमान रश्दी
- डेनमार्क के कार्टूनिस्ट कुर्त वेस्टरगार्ड
- जर्नलिस्ट फ्लेमिंग रोज
- डच राजनेता गीरट वाइल्डर्स
- स्वीडिश कार्टूनिस्ट लार्स विल्क्स
- स्टीफन शारबोनायर
- डेनमार्क के जर्नलिस्ट और पूर्व जायलैंड्स-पोस्टन एडीटर कार्सटन ल्यूस्टे
- अमेरिका के पादरी टैरी जोंस
- मोरिस स्वाडिक
- अयान हिरस्त
- मॉलि नॉरिस
अल कायदा का प्रपोगेंडा
अल कायदा ने ट्विटर पर जो कुछ भी अपडेट किया है वह उसके उसी प्रपोगेंडा का हिस्सा है जो पिछले कई वर्षों से चला आ रहा है। जब से आईएसआईएस ने दुनिया पर अपना आतंक बनाना शुरू किया है अल कायदा हमेशा से ही सोशल मीडिया पर अपनी इमेज को और चमकाने की कोशिश में लगा है।
अल कायदा अपनी नई पहचान कायम करने के लिए एक अलग तरह से ही प्रपोगैंडा युद्ध को आगे बढ़ाने में लगा हुआ है। पूर्व में भी अल कायदा इसी तरह से हरकतों को अंजाम देता आया है।
अल कायदा को चाहिए क्रेडिट
अल कायदा ही वह आतंकी संगठन था जिसने इलियास कश्मीरी के नेतृत्व में मिकी माउस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाया था। डेविड हेडली की गिरफ्तारी के बाद वह अटैक असफल हो गया था। लेकिन चार्ली हैब्दो पर हमले के बाद कहीं न कहीं ऐसा लगता है कि अल कायदा उसी प्लान को आगे बढ़ाने में लगा हुआ है। अगर अल कायदा को इस हमले का क्रेडिट मिलता है तो दुनिया में उसे अपने आप ही एक नई पहचान मिल सकेगी।