इस महारानी के थे भारतीय गुलाम से अवैध रिश्ते, खास महल में बिताती थीं रातें
बेबाक और तेजतर्रार शख्सियत की मालकिन ब्रिटिश क्वीन विक्टोरिया को इतिहास में ऐसी रानी के तौर पर याद किया जाता है कि जिसके साम्राज्य का सूर्य कभी अस्त नहीं होता था।
नई दिल्ली। बेबाक और तेजतर्रार शख्सियत की मालकिन ब्रिटिश क्वीन विक्टोरिया को इतिहास में ऐसी रानी के तौर पर याद किया जाता है कि जिसके साम्राज्य का सूर्य कभी अस्त नहीं होता था। लेकिन जिस महारानी ने 1837 से लेकर 1901 तक भारत को अपनी गुलामी की जंजीर में रखा वो एक भारतीय गुलाम को ही दिल बैठी थीं। जी हां इस गुलाम का नाम था हाफिज मुहम्मद अब्दुल करीम उर्फ अब्दुल। यह नाम भारत के लिए भले ही अनजान हो लेकिन ब्रिटेन की इतिहास में काफी चर्चित और जानामाना है।
पहली ही नजर में अब्दुल को दिल दी बैठी थीं महारानी विक्टोरिया
आगरा जेल से कुछ बुनकर कैदियों को ब्रिटेन में उनका काम दिखाने के लिए ले जाया गया था। यहां से बुनकर कैदियों के साथ अब्दुल को ब्रिटेन जाने का मौका मिला था। ब्रिटिश अधिकारियों ने सभी कैदियों को महारानी विक्टोरिया के समक्ष पेश किया। क्वीन विक्टोरिया को अब्दुल पहनी नजर में ही पसंद आ गया था। यह बात खुद उन्होंने अपने डायरी में लिखी है।
अब्दुल से बात करने के लिए हिंदी सीखने लगी थीं महारानी विक्टोरिया
विक्टोरिया ने अपने डायरी में लिखा है कि 22 जून 1887 को अब्दुल ने पहली बार मुझे ब्रेकफास्ट परोसा। वो जवान और हंसमुख है। वहीं अपने एक अगले नोट में महारानी ने लिखा है कि वह हिंदुस्तानी भाषा के कुछ शब्द सीख रही हैं ताकि वह अपने सर्वेंट्स से बात कर सकें। वहीं अब्दुल क्वीन विक्टोरिया को उर्दू सिखा रहा था।
2 महीने में खुश होकर महारानी ने कर दिया था प्रमोशन
अब्दुल जब महारानी के समक्ष पेश हुआ था तो उसे महारानी का अर्दली बना दिया गया था। ऐसा इसलिए क्योंकि महारानी को भारत से बहुत लगावा था। कहा जाता है कि क्वीन विक्टोरिया अब्दुल की खिदमत से इतना खुश हुई थीं कि उन्होंने दो माह के अंदर ही उसे अर्दली से मुंशी बना दिया था।
अब्दुल के साथ रातभर अकेली रहीं महारानी विक्टोरिया
बीतते वक्त के साथ-साथ क्वीन विक्टोरिया और अब्दुल की नजदीकियां बढ़ रही थीं। इसी के साथ ही अब्दुल का ओहदा भी बढ़ रहा था। अब्दुल मुंशी से अब इंडियन सेक्रेटरी बन चुका था। इस दौरान विक्टोरिया ने कई नोट लिखे, जिससे पता चलता है कि वह अब्दुल के नजदीक आ चुकी हैं। लेकिन एक घटना ने पूरे ब्रिटिश शाही परिवार को हिला कर रख दिया। हुआ दरअसल ये कि 1890 में क्वीन विक्टोरिया अब्दुल के साथ बैलमोरल के उस रिमोट हाउस में रात भर अकेली ठहरीं, जहां कभी वह अपने पति और बाद मे ब्वॉयफ्रेंड माने जाने वाले ब्रॉन के साथ रुका करतीं थीं।