Exclusive: पेरिस एयरपोर्ट की जमीन पर पड़े रहे 40 भारतीय बच्चे!
नई दिल्ली। दुनिया के अलग-अलग देशों में रह रहे अप्रवासी भारतीयों की मदद के लिये तत्पर रहने वाली सुषमा स्वराज को इन बच्चों के लिये कुछ तो करना चाहिये, क्योंकि भारत के 40 से ज्यादा बच्चों ने पेरिस एयरपोर्ट पर जमीन पर रात बिताई। अगर गलती एयरइंडिया की है, तो एविएशन मिनिस्टर अशोक गजपति राजू को तुरंत ऐक्शन लेना चाहिये।
जी हां हम बात कर रहे हैं दिल्ली-गुड़गांव के केआर मंगलम वर्ल्ड स्कूल के उन 40 बच्चों की जो यूरोप टूर पर गये हैं। इन बच्चों को एयर इंडिया की फ्लाइट से 16 जून को स्थानीय समयानुसार रात्रि 10 बजे भारत लौटना था, लेकिन तकनीकी खराबी की वजह से एयरइंडिया की फ्लाइट लेट हो गई। खबर लिखे जाने तक फ्लाइट ने उड़ान नहीं भरी थी।
रात भर जमीन पर सोते रहे बच्चे
एनआरआई व हिंदी सेंटर डॉट कॉम के प्रमुख रवि कुमार ने वनइंडिया से खास-बातचीत में बताया कि यहां बच्चों के माता-पिता बेहद परेशान हैं। उन्हें अपने बच्चों की चिंता सता रही है। अभिभावकों के अनुसार बच्चों को जरूरी चीजें मुहैया नहीं करायी गई हैं। उन्हें न तो सोने के लिये बेड दिया गया न ठहरने की व्यवस्था की गई। एयरइंडिया की लापरवाही की वजह से बच्चों को पूरी रात जमीन पर बितानी पड़ी।
बताया जा रहा है कि बच्चों ने कुछ खाया-पिया भी नहीं है। अभिभावकों का कहना है कि एयरइंडिया की फ्लाइट अगर तकनीकी खराबी की वजह से लेट है, तो उन्हें दूसरे विकल्प का इंतजाम करना चाहिये। या फिर अन्य विमानन कंपनी की फ्लाइट से बच्चों को वापस भारत भेजने के इंतजाम करने चाहिये।
ये बच्चे इटली, फ्रांस और स्वट्जिरलैंड के टूर पर गये थे। वेटिकन सिटी, पीसा, जिनेवा, पैरिस और ब्रसल्स गये। ब्रसल्स के यूरो स्पेस सेंटर में दो दिन तक अंतरिक्ष विज्ञान का अध्ययन किया।
तस्वीरों में देखें भारतीय बच्चों ने कैसे गुजराी रात
एयरपोर्ट पर भारतीय बच्चे
बोर्डिंग पास मिलने के बाद जब अचानक फ्लाइट लेट होने के बाद कैंसल हो गई, तब बच्चे कुछ इस तरह नजर आये।
साथ में गये थे 3 टीचर
इन बच्चों के साथ तीन टीचर भी गये थे। जो एयरइंडिया के ऐसे व्यवहार के आगे लाचार हो गये।
बैठे-बैठै सोये बच्चे
करीब 40 भारतीय बच्चे इस तरह बैठे-बैठे सोये, लेकिन एयर इंडिया प्रशासन ने जरा भी सुध नहीं ली।
मम्मी-पापा की याद आयी
इन बच्चों को मम्मी-पापा की याद आती रही और कई तो ऐसा व्यवहार देख कर रो पड़े।
जमीन पर भारतीय बच्चे
ये बच्चे स्पेस साइंस के बारे में पढ़ने के लिये ब्रसल्स गये थे। वहां से लौटने पर यह बर्ताव मिला।