योगी आदित्यनाथ की केंद्र सरकार से अपील, मुसलमानों की बढ़ती आबादी पर रोक लगे
लखनऊ। देश में जातिगत जनगणना के आंकड़े सामने आने के साथ इस पर राजनीति तेज हो गयी है। गोरखपुर से भाजपा सांसद ने इन आंकड़ों पर नयी सियासत छेड़ते हुए केंद्र सरकार से मुसलमानों की आबादी पर रोक लगाने की अपील की है।
योगी आदित्यनाथ ने अपने एक बयान में कहा कि जिस तरह से मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है वह चिंता का विषय है। इस पर केंद्र सरकार को कदम उठाते हुए मुसलमानों की आबादी को कम करने करने की कोशिश करनी चाहिए।
गौरतलब है कि 2011 के जातिगत आंकड़ों के हिसाब से शहरी क्षेत्रों की मुस्लिम आबादी में बढ़ोत्तरी हुई है। अकेले राजधानी में मुसलमानों की आबादी 21.46 हो गयी है।
देश में मुसलमनों की आबादी दर बढ़ी, लखनऊ में बढ़ी मुसलमानों की आबादी
वहीं देश के आंकड़ों पर नजर डालें तो 2011 की जनगणना के अनुसार भारत की कुल आबादी का 79.8 फीसदी हिस्सा हिंदू, 14.2 फीसदी मुसलमान हैं। वहीं अगर इन आंकड़ों की तुलना 2001 की जनगणना से की जाए तो 2011 में मुसलमानों की जनसंख्या वृद्धि दर सर्वाधिक 24.6 फीसदी रही है।
उधर अगर हिंदुओं आबादी दर पर नजर डालें तो यह 16.8 फीसदी, ईसाइयों की 15.5 फीसदी, बौद्धों की 6.1 फीसदी तथा जैन की 5.4 फीसदी रही है। इन्हीं आंकड़ों को आधार मानते हुए योगी आदित्यनाथ ने केंद्र से मुसलमानों की आबादी पर रोक लगाने की अपील की है।