'आप' से मेरी छुट्टी...सब काल्पनिक, बेतुकी और मनगढ़ंत बातें हैं: योगेन्द्र यादव
नयी दिल्ली (ब्यूरो)। दिल्ली में एक तरफा जीत हासिल करने वाली आम आदमी पार्टी में अब कुछ गड़गड़ जरूर चल रहा है। एक के बाद एक मतभेद सामने आ रहे हैं और अब कवायत तेज है कि पार्टी में बदलाव होंगे। खास चर्चा ये है कि राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) से प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव की छुट्टी हो सकती है। इसका एलान जल्द हो सकता है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में कुछ नेताओं के साथ योगेंद्र यादव की बहस भी हो गई।
इस बैठक में दिल्ली चुनाव में योगेंद्र यादव भूमिका को लेकर सवाल उठाए गए। हालांकि पार्टी से निष्कासन पर योगेन्द्र यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। आम आदमी पार्टी के बचाव में सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर उन्होंने लिखा है कि ''पिछले दो दिन से प्रशांत जी और मेरे बारे में चल रही खबरें सुन रहा हूँ, पढ़ रहा हूँ। नयी नयी कहानियाँ गढ़ी जा रही हैं, आरोप मढ़े जा रहे हैं, षड्यंत्र खोजे जा रहे हैं। ये सब पढ के हंसी भी आती है और दुःख भी होता है।
हंसी इसलिए आती है कि कहानियां इतनी मनगढ़ंत और बेतुकी हैं। लगता है कहानी गढ़ने वालों के पास टाईम कम होगा और कल्पना ज़्यादा। लेकिन, इन आरोपों और कहानियों की नीयत को देखकर दुःख होता है। दिल्ली की जनता ने हमें इतनी बड़ी जीत दी है। आज का ये वक़्त बड़ी जीत के बाद, बड़े मन से, बड़े काम करने का है। देश ने हमसे बड़ी उम्मीदें लगायी है। मैं यही अपील कर सकता हूँ कि हम अपनी छोटी हरकतों से अपने आप को और इस आशा को छोटा न होने दें। बस सद्बुद्धि की प्रार्थना कर सकता हूँ। आइये हाथ उठाये हम भी, हम जिन्हें रस्म-ए-दुआ याद नहीं...''।
उल्लेखनीय है कि आम आदमी पार्टी के नेता दिलीप पांडे ने पार्टी के राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता को चिट्ठी लिखकर प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव की शिकायत की है। दिलीप पांडे ने दोनों पर अरविंद केजरीवाल के खिलाफ साज़िश रचने का आरोप लगाया है। हालांकि जब दिलीप पांडे से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस बारे में कोई भी टिप्पणी करने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि मैं अपनी शिकायत और सुझाव पार्टी के सामने रख चुका हूं। मुझे अभी इस बारे में सार्वजनिक रूप से कुछ नहीं कहना है।