नई दिल्ली का नाम बदलकर होगा इंद्रप्रस्थ!
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। क्या सरकार का इरादा राजधानी का नाम नई दिल्ली से बदलने का है? आपको इंद्रप्रस्थ नाम में कोई आपत्ति तो नहीं है। अगर आपके जेहन में दिल्ली को लेकर कोई और नाम है,तो आप केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री वैंकेया नायडू को बता दें।
वैकेंया नायडू ने कल लोकसभा में राजधानी की अनधिकृत कालोनियों को नियमित करने के सवाल पर चल रही बहस के दौरान कहा कि मुझे लगता है कि दिल्ली का नाम इंद्रप्रस्थ हो जाए तो इसमें क्या बुराई है।
पांडवों की राजधानी
तो क्या माना जाए कि सरकार का इरादा है कि दिल्ली को नया नाम मिले। हालांकि इंद्रप्रस्थ एक दौर में राजधानी का नाम था। कहा जाता है कि महाभारत काल में पांडवों की राजधानी का नाम इंद्रप्रस्थ ही था। इंद्रप्रस्थ आज की दिल्ली के आसपास ही थी।
नई दिल्ली
हालांकि कम ही लोगों को मालूम होगा कि राजधानी में अब भी सारे इलाके नई दिल्ली नहीं कहलाते। बहुत से इलाकों को दिल्ली भी कहा जाता है। और तो और राजधानी में एक पुराने इलाके का नाम चिराग दिल्ली भी है। यह साउथ दिल्ली में है।
दिल्ली की इतिहासकार गीता का कहना है कि नई दिल्ली नाम तो अंग्रेजों ने अपनी नई राजधानी का रखा था 1912 में। हालांकि दिल्ली का पुरातन नाम तो इंद्रप्रस्थ ही है। यह बात भी है कि दिल्ली में इंद्रप्रस्थ नाम से एक इलाके का नाम है। हालांकि जानकार मानते हैं कि नई दिल्ली का नाम बदलकर इंद्रप्रस्थ रखना बहुत लंबी प्रक्रिया का हिस्सा होगा। इसमें बहुत वक्त भी लग सकता है।