दो वर्ष की बेटी ने किया पिता का अंतिम संस्कार, पत्नी को मृत्यु के बाद मिला एनिवर्सिरी गिफ्ट
शादी की तीसरी सालगिरह पर अपनी पत्नी को शहीद मेजर सतीश दाहिया ने भेजा था गिफ्ट। पति की शहादत के बाद मिला पत्नी को गिफ्ट। दो वर्ष की बेटी ने किया अपने पिता का अंतिम संस्कार।
बनिवाड़ी। हंदवाड़ा एनकाउंटर में आतंकियों से मोर्चा लेते हुए 31 वर्ष के मेजर सतीश दाहिया मंगलवार को शहीद हो गए। गुरुवार को शहीद दाहिया का शव हरियाणा स्थित उनके गांव बनिवाड़ी पहुंचा। सबकी आंखें नम थीं लेकिन पत्नी को समझ नहीं आ रहा था कि वह किस तरह से प्रतिक्रिया दे। शहीद मेजर की मृत्यु से कुछ ही घंटे बाद एनिवर्सिरी का गिफ्ट उन्हें मिला था।
17 फरवरी को एनिवर्सिरी
17 फरवरी मेजर दाहिया की शादी को तीन वर्ष पूरे हो गए हैं और उन्होंने अपनी पत्नी को एनीवर्सिरी से पहले वैलेंटाइन दिन पर ही एक केक, मोमबत्तियां, फूल और ग्रीटिंग कार्ड उनके पास पहुंच गए थे। आंखों में आंसूओं को छिपाते हुए सुजाता ने एक न्यूज चैनल से बता करते मेजर दाहिया के उस मैसेज के बारे में बताया जो उनके पति ने उनके लिए लिखा था। शहीद मेजर दाहिया ने अपनी पत्नी सुजाता को लिखा था, 'मैं तुमसे प्यार करता हूं और तुम मेरी प्रेरणा हो।' सुजाता ने अपने हाथ में ग्रीटिंग और वह सारे गिफ्ट्स भी समेटे हुए थे। पत्नी सुजाता को अपने पति पर काफी गर्व है। उन्होंने बताया कि मेजर सतीश सुबह से ही फोन पर उनसे कह रहे थे कि एक सरप्राइज उन्होंने भेजा है।
'बेटी ने अपना पिता देश को दिया'
मेजर दाहिया सात वर्ष पहले सेना में शामिल हुए थे और एनकाउंटर के दौरान उनके सीने पर तीन गोलियां लग गई थीं। वह 30 राष्ट्रीय राइफल्स के साथ थे। गांव में मेजर दाहिया के अंतिम संस्कार में पूरा गांव उमड़ा था। उनका पार्थिव शरीर के पहुंचने से पहले ही 800 से भी ज्यादा लोग वहां पहुंच चुके थे। लोगों का हुजूम इतना था कि मेजर दहिया के पिता को अपनी इकलौते बेटे को आखिरी बार देखने के लिए संघर्ष करना पड़ा। जब उन्होंने बेटे को अंतिम बार देखा तो उनके लिए खुद को संभालना मुश्किल हो गया। उनके चचेरे भाई राजेश दहिया ने रोते हुए कहा कि मेजर सतीश बहुत बुद्धिमान और साहसी इंसान थे। वह हमेशा कहते थे, 'मैं बहुत गीदड़ को मारता हूं वहां। जब मैं वापस आऊंगा तब लोग बहुत गर्व से तुम्हारे भाई का नाम लेंगे। दो वर्ष की बेटी ने अपने पिता का अंतिम संस्कार किया और उनकी पत्नी ने इस पर कहा, 'मेरी दो वर्ष की बेटी ने अपना पिता देश को दे दिया है और अब हमारे पास देने को कुछ भी नहीं है।'