ऐसा क्या किया था इजरायल ने कि पीएम मोदी ने कर डाला जिक्र
मंडी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को हिमाचल प्रदेश के मंडी में थे। यहां पर हाइड्रो प्रोजेक्ट का उद्घाटन करने आए पीएम मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र किया। इस जिक्र के साथ ही उन्होंने इजरायल का नाम भी लिया। पीएम मोदी ने कहा आज हर कोई सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में आज हर कोई बात कर रहा है।
मशहूर है इजरायल की आर्मी
पीएम मोदी ने एक रैली के दौरान कहा कि जो काम इंडियन आर्मी ने किया है, उसके लिए अभी तक सिर्फ इजरायल की आर्मी को ही जाना जाता था। लेकिन अब दुनिया जानती है कि इंडियन आर्मी भी ऐसा कर सकती है।
पीएम मोदी ने वह बात कही है जो कई मायनों में सच है। इजरायल ने आतंकवाद के खिलाफ वह किया है जो अभी तक किसी ने सोचा तक नहीं था।
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इजरायल ने भी झेला आतंकवाद
दुनिया का शायद ही कोई ऐसा देश है जिसके पास आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का ऐसा अनुभव रहा है जैसा इजरायल के पास है।
इजरायल 50 के दशक से ही आतंकवाद का सामना करता आया है और आज आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में इसने भारत और यहां तक कि अमेरिका के सामने एक उदाहरण पेश किया है।
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किसी की परवाह नहीं इजरायल को
इजरायल ने कई खतरनाक आतंकी हमलों का सामना किया, कार बॉम्बिंग, आत्मघाती हमले, हाइजैंकिंग और कई आतंकी संगठनों की ओर से ऐसी कई आतंकी घटनाओं को झेला है।
कई संगठनों ने फिलीस्तीन के खिलाफ इजरायल की नीतियों का विरोध किया लेकिन इजरायल ने कभी किसी की परवाह नहीं की।
फिलीस्तीन के आतंकी संगठन हमास ने पाकिस्तान में मौजूद लश्कर-ए-तैयबा की तर्ज पर ही इजरायल की जगह यहां पर इस्लामिक फिलीस्तीन देश की स्थापना के मकसद से आतंकवाद को बढ़ाना शुरू किया।
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आतंकी संगठनों में शामिल जासूस
आतंकी हमलों का जवाब देने के लिए इजरायल सरकार ने इंटेलीजेंस इकट्ठा करना शुरू किया और सुरक्षा तंत्र को स्थापित किया।
13 दिसंबर 1949 को इजरायल ने इंटेलीजेंस एजेंसी मोसाद की स्थापना हुई थी। मोसाद ने संदिग्ध आतंकियों और आतंकी संगठनों से जुड़ी कई फाइलें तैयार की।
आतंकी संगठन की हर जानकारी
इसने अपने एजेंट्स को आतंकी संगठनों में शामिल कराया ताकि आतंकी संगठनों से जुड़ी जानकारियां हासिल हो सकें।
मोसाद ने आतंकी संगठनों के नेताओं की हत्याओं और आतंकी संगठनों पर हमलों जैसी रणनीतियों को भी अपनाया। इनकी आलोचनाओं के बावजूद इजरायल की सरकार ने अपने कदम पीछे नहीं खीचें।