पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए क्यों खास हैं नवजोत सिंह सिद्धू?
आम आदमी पार्टी जिस वोट बैंक पर टारगेट कर रही थी, सिद्धू के आने से कांग्रेस की मुश्किल थोड़ी आसान होगी और AAP को वहां कड़ी टक्कर मिलेगी।
नई दिल्ली। पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में पंजाब से कांग्रेस को सबसे ज्यादा उम्मीदें हैं। कांग्रेस की इस उम्मीद को नवजोत सिंह सिद्धू ने दामन थामकर और मजबूत किया है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा के मुकाबले पंजाब में कांग्रेस को सत्ता में वापसी की उम्मीद ज्यादा है। लेकिन बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में आने वाले सिद्धू पार्टी के लिए फायदे का सौदा क्यों हैं यह सियासी गलियारे में चर्चा का विषय बना है।
'अब
AAP
को
मिलेगी
कड़ी
टक्कर'
सिद्धू
अमृतसर
ईस्ट
विधानसभा
सीट
से
चुनाव
मैदान
में
उतर
सकते
हैं।
अगर
कांग्रेस
जीतती
है
तो
उन्हें
उप
मुख्यमंत्री
भी
बनाया
जा
सकता
है।
लंबे
समय
से
एक्शन
से
दूर
रहे
सिद्धू
पंजाब
में
अभी
भी
लोकप्रिय
चेहरा
हैं।
पंजाब
में
50
फीसदी
वोटर
18
से
39
साल
के
बीच
की
उम्र
का
है।
आम
आदमी
पार्टी
इसी
वोट
बैंक
पर
टारगेट
कर
रही
थी
लेकिन
सिद्धू
के
आने
से
कांग्रेस
की
मुश्किल
थोड़ी
आसान
होगी
और
AAP
को
कड़ी
टक्कर
मिलेगी।
READ
ALSO:
नवजोत
सिंह
सिद्धू
के
बारे
में
एक
नजर
में
जानिए
सब
कुछ
एंटी
अकाली
वोट
जुटाने
में
भी
होंगे
कामयाब
कांग्रेस
के
लिए
सिद्ध
स्टार
प्रचारकों
में
शामिल
होंगे।
माना
जा
रहा
है
कि
सिद्धू
चुनाव
प्रचार
के
दौरान
कम
से
कम
70
रैलियां
करेंगे।
युवाओं
के
बीच
खासे
चर्चित
और
अपने
मजाकिया
अंदाज
के
लिए
लोकप्रिय
सिद्धू
कांग्रेस
के
लिए
वोट
जुटाने
वाले
नेता
साबित
होंगे।
सिद्धू
एंटी
अकाली
दल
वोट
लाने
में
भी
अहम
भूमिका
निभाएंगे।
अकाली
दल
के
खिलाफ
लोगों
का
असंतोष
बढ़ा
है
और
इसका
फायदा
सीधे
तौर
पर
कांग्रेस
को
ज्यादा
होगा।
READ
ALSO:
सिद्धू
ने
दिखाए
तीखे
तेवर,
कहा-
भाग
बाबा
बादल
भाग
सिद्धू
की
पार्टी
को
मिल
सकती
हैं
कुछ
सीटें
कांग्रेस
ने
राज्य
की
117
में
से
110
सीटों
पर
उम्मीदवारों
के
नाम
की
घोषणा
कर
दी
है।
संभावना
है
कि
सिद्धू
की
पार्टी
आवाज-ए-पंजाब
को
कुछ
सीटें
दी
जा
सकती
हैं।
सिद्धू
के
कांग्रेस
में
आने
के
बाद
अभी
कुछ
औपचारिकताएं
हैं
जिन्हें
लेकर
बातचीत
चल
रही
है।
हालांकि
अब
तक
कोई
आधिकारिक
घोषणा
नहीं
हुई
है
लेकिन
कैप्टन
अमरिंदर
सिंह
को
ही
मुख्यमंत्री
उम्मीदवार
माना
जा
रहा
है।
सिद्धू
के
कांग्रेस
में
जाने
के
बाद
बीजेपी
के
खेमे
में
थोड़ी
चिंता
दिखी
है।
बीजेपी
नेता
सिद्धू
को
कपूत
कह
रहे
हैं।
यही
नहीं
वे
सिद्धू
पर
मां
(बीजेपी)
से
गद्दारी
करने
का
भी
आरोप
लगा
रहे
हैं।
उन्होंने
कहा
कि
सिद्धू
से
बीजेपी
ने
कभी
कुछ
लिया
नहीं
सिर्फ
दिया
ही
है।