जानिए आखिर क्यों सबसे लड़ते रहते हैं केजरीवाल?
नयी दिल्ली। आम आदमी पार्टी जब से सत्ता में आई है तब से उसका किसी न किसी से पंगा जारी है। हलांकि ये कोई पहला मौका नहीं है जब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी टीम किसी से लड़ाई कर रही हो। आप से भिड़ने वालों की तादात काफी लंबी हैं।
इस लिस्ट में दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग का नाम सबसे उपर है तो केंद्र सरकार, दिल्ली पुलिस, बड़ी कंपनियों के नाम भी शामिल हैं। ऐसे में हम आपको बता रहे हैं कि आखिर आम आदमी पार्टी के बॉस अरविंद केजरीवाल इन दिनों सबसे भिड़ क्यों रहे हैं?
'जंग' से जंग जारी
केजरीवाल और दिल्ली की उपराज्यपाल नजीब जंग की जंग जगजाहिर है। उनके बीच लगातार एक के बाद एक मुद्दों पर भिड़ंत होती रही है। चाहे वो विधानसभा भंग करने की बात हो, या अफसरों की नियुक्ति की।
अधिकारियों से पंगा
केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते वक्त कहा था कि उनमें घमंड नहीं आना चाहिए, लेकिन लगता है कि केजरीवाल खुद अपना वादा भूल गए हैं। उनकी लड़ाई अपने अफसरों के साथ भी जारी रही है। अफसरों की नियुक्ति को लेकर वो जंग लड़ रहे हैं। चाहे वे शकुंतला गैमलिन की नियुक्ति हो या फिर दूसरे वरिष्ठ अफसर के दफ्तर में ताला लगवाने की बात।
स्टिंग मास्टर से बनें आरोपों के गुरु
केजरीवाल की लड़ाई की लिस्ट में मीडिया का नाम भी शामिल है। जिस मीडिया से उन्हें पहले मोहब्बत थी आज वहीं उनकी आंखों में चुभ रही है।आम आदमी पार्टी के खिलाफ हुए कई स्टिंग के बाद अब मीडिया केजरीवाल और उनकी पार्टी की आंखों की किरकिरी बन गया है।
पुलिस पर लगाना चाहते है लगाम
आम आदमी पार्टी शुरुआत से ही दिल्ली पुलिस को अपने अदिकार में लेना चाहती है। लेकिन केंद्रीय गृह मंत्रालय ऐसा करने को तैयार नहीं। ऐसे में पुलिस से उनकी लड़ाई जारी है। ये दुश्मनी उस वक्त और बढ़ गई जब आप रैली के दौरान किसान ने खुदकुशी कर ली।
केजरीवाल के निशाने पर कौन-कौन
दिल्ली में सत्ता संभालने से पहले और संभालने के बाद केजरीवाल और केंद्र की जंग जारी है। केजरीवाल भाजपा और केंद्र सरकार पर तख़्तापलट का इल्ज़ाम लगाते रहते हैं।
दोस्तों का छूटा साथ
ऐसा नहीं है कि आप की लड़ाई सिर्फ दूसरों या बाहरवालों से होती रहती है। इस लिस्ट में कई अपने भी शामिल है। सबसे ऊपर योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण का नाम है, जिन्हें हाल ही में पार्टी से निकाल दिया गया।
बड़े कारोबारियों पर इल्ज़ाम
आप हर बात के लिए किसी न किसी पर इल्जाम लगाते ही रहते हैं। इस लिस्ट में बड़े कारोबारी भी शामिल है। आम आदमी पार्टी ने इसकी शुरुआत दिल्ली में तीन बिजली कंपनियों से की।