ठंड आते ही यहां शुरू होता है मौत का तांडव
नई दिल्ली। ठंड आते ही स्वेटर, जैकेट और कोट निकल आये हैं। रात को और तड़के कोहरा भी छाने लगा है। बस कुछ ही दिनों में घने कोहरे की चादर उत्तर भारत को ढक लेगी। और तभी शुरू होगा मौत का तांडव। जी हां ऐसा तांडव जो हर साल औसतन 781 लोगों की जान लेता है वो तांडव जिसने पिछले 14 सालों में 10,933 लोगों को मौत की नींद सुला दिया।
मौत के ये आंकड़े केंद्र व राज्य सरकारों की लापरवाही को साफ दर्शा रहे हैं। भारत सरकार के ओपन गवर्नमेंट डाटा की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार हर साल ठंड में जो लोग मरते हैं, उनमें अधिकांश वो बेघर लोग होते हैं, जो गांव-देहात छोड़ कर शहरों में काम की तलाश में आते हैं। सुप्रीम कोर्ट के सख्त निर्देश के बावजूद सरकार इन लोगों को रैन बसेरा मुहैया कराने में असमर्थ है।
किस बात का फंड बटोर रहे एनजीओ
सबसे ज्यादा शर्मनाक यह है कि कई स्थानीय और राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर के एनजीओ सरकार से जमकर फंड बटोर रहे हैं, यह कहकर कि वे बेघरों व ठंड से करहा रहे लोगों को मौत से बचाना का काम कर रहे हैं। जिस प्रकार मौतों का सिलसिला जारी है, उससे तो लगता है कि अब तक का सारा फंड गर्त में गया, क्योंकि मौत का ग्राफ जस का तस है।
क्या है सुप्रीम कोर्ट का निर्देश
सुप्रीम कोर्ट ने 2010 में निर्देश जारी किया था कि सभी राज्य सरकारें बेघरों के लिये स्थाई रैन बसेरा स्थापित करें। इसके तहत हर साल रिपोर्ट तैयार की जाती है, जिसके तहत देखा जाता है कि कौन सा राज्य इस काम में सबसे अच्छा काम कर रहा है और कौन सबसे खराब।द
सबसे अच्छा काम करने वाले राज्यों की बात करें तो दिल्ली, यूपी और तमिलनाडु ने औसत से अच्छा काम किया लेकिन महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल ने सबसे खराब। राजस्थान की हीलाहवाली के चलते सरकार को सुप्रीम कोर्ट ने वॉर्निंग तक दे डाली। जब जाकर कुछ काम हुआ।
ठंड से मरने वालों से जुड़ी चौंकाने वाली बातें स्लाइडर में-
9150 पुरुषों की मौत
पिछले 14 सालों में 9,152 पुरुष और 1,780 महिलाओं की मौत ठंड से हुई।
किस आयु में सबसे ज्यादा मौतें
मरने वालों में सबसे ज्यादा 45 से 59 वर्ष की आयु के लोग थे।
2012 सबसे खतरनाक
सबसे ज्यादा लोग 2012 की ठंड में मरे। सबसे ज्यादा लोग दिसंबर के महीने में मरते हैं।
यूपी में हालात बदतर
भारत में ठंड से सबसे ज्यादा मौतें उत्तर प्रदेश में होती हैं।
बिहार-राजस्थान में खराब हालात
दूसरे नंबर पर बिहार, राजस्थान और फिर पंजाब है।
बेघर भी सबसे ज्यादा यूपी में
उत्तर प्रदेश में ही सबसे ज्यादा (18.56 प्रतिशत) बेघर भी हैं।
नोट- इस रिपोर्ट में इनपुट इंडिया स्पेंड की रिपोर्ट से लिये गये हैं।