कौन खरीदेगा देश की पहली मारुति-800 कार?
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। DIA 6479। ये नंबर है देश की पहली मारुति-800 कार का। अब वही मारुति कार खस्ता हाल में है। उसके मालिक हरपाल सिंह का निधन हो चुका है 2010 में। उनकी पत्नी भी नहीं रही। इस कार पर कब्जा है हरपाल सिंह के दामाद टीएस आहलूवालिया का।
अब हरपाल सिंह का परिवार इसे बेचना चाहते है। उनके इस तरह की ख्वाहिश जाहिर करने के बाद दिल्ली की मशहूर रीयल एस्टेट कंपनी आईएलडी समूह के चेयरमेन अलीमउद्दीन रफी अहमद से लेकर सांसद डेरिक ओ ब्रायन ने इसे लेने की इच्छा जताई है।
इंदिरा गांधी ने सौंपी थी चाबियां
देश की पहली मारुति -800 कार की चाबियां तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने खुद हरपाल सिंह को दी थीं एक कार्यक्रम में। ये बातें 1983 की हैं। सालों-दशकों तक हरपाल सिंह का साथ देने के बाद अब देश की पहली मारुति कार खराब हालत में है। उसके मालिक तो रहे नहीं। अब उसे देखते हैं आहलूवालिया। वे कहते हैं कि परिवार को इसके भविष्य को लेकर फैसला करना है। परिवार से बेच भी सकता है।
कई लेने को तैयार
मारुति के ईस्ट दिल्ली शो-रूम के मालिक राजेन्द्र बग्गा भी इसे खरीदना चाहते हैं। पता चला है कि इसे मारुति उद्योग लिमिटेड भी लेने में दिलचस्पी दिखा रहा है।
अलीमउद्दीन रफी अहमद के एक प्रवक्ता ने कहा कि देश की पहली मारुति को अपने गैरेज में रखना या उसे कभी-कभार चलाना अपने आप में गौरव की बात है।
हरपाल सिंह के दामाद का कहना है कि वे अब अपने ससुर की मारुति को बेच सकते हैं। हालांकि उनपर इसे रखने का भी दबाव है। हालांकि उन्होंने माना कि इसकी मेनटिनेंस पर मोटा खर्चा आ जाता है।
रखा जाए संग्रहालय में
आटो सेक्टर के जानकार सुनील सौरभ ने कहा कि देश में आटो क्रांति लाने का श्रेय मारुति-800 को जाता है। बेहतर होगा कि पहली मारुति को किसी संग्रहालय में रखा जाए।