Exclusive: प्रदीप बर्मन ही कामोत्तेजक दवाओं के क्षेत्र में लाये थे डाबर को
नई
दिल्ली
(विवेक
शुक्ला)।
कालाधन
मामले
में
आज
केंद्र
सरकार
में
हलफनामा
दायर
कर
उन
तीन
लोगों
के
नाम
बतायें
हैं,
जिनका
काला
धन
विदेशों
में
जमा
है।
इन
तीन
नामों
में
शामिल
हैं
डाबर
के
निदेशक
प्रदीप
बर्मन।
इस
नाम
के
आते
ही
एक
सवाल
इंटरनेट
पर
बार-बार
सर्च
किया
जाने
लगा,
"Who
is
Pradip
Burman"।
इस
सवाल
का
उत्तर
बताने
से
पहले
हम
आपको
बताना
चाहेंगे
कि
प्रदीप
वो
शख्स
हैं,
जिन्होंने
डाबर
इंडिया
को
कामोत्तेजक
दवाओं
के
क्षेत्र
में
उतारा
था।
प्रदीप मार्केटिंग की दुनिया के गहरे जानकार माने जाते हैं। वे आजकल डाबर इंडिया लिमिटेड के एक्सक्यूटिव डायरेक्टर हैं। पर्यावरण और संगीत दिलचस्पी लेने वाले प्रदीप बर्मन के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने डाबर समूह को कामोत्तेजक दवाओं बाजार में प्रवेश करवाया। देश के फार्मा मार्केट में कामोत्तेजक दवाओं की डिमांड काफी है।
प्रदीप मानते रहे हैं कि डाबर इंडिया में इस क्षेत्र में आना चाहिए क्योंकि कंज्यूमर्स की तादाद लगातार बढ़ रही है। उनकी पहल पर ही डाबर ने शीला-एक्स ऑयल लॉन्च किया है। यह मांसपेशी को टाइट करने का काम करता है।
जानकार मानते हैं कि इस तरह के उइत्पादों की बिक्री में बढ़ोतरी की प्रमुख वजह सेक्स को लेकर समाज का रुख बदलना है। अब ग्राहक बेहतर सेक्स जीवन के लिए दवाएं लेने लगे हैं। वे क्रिकेट में भी दिलचस्पी लेते हैं। आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब की टीम में उनकी हिस्सेदारी है। वे मीडिया से दूर रहना पसंद करते हैं। मीडिया को वे इंटरव्यू देने से बचते हैं।
ध्यान रहे बर्मन परिवार की कंपनी डाबर इंडिया लिमिटेड ने अब पूरी दुनिया में अपना परचम लहरा दिया है। आयुर्वेदिक व प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में काम कर रही इस कंपनी का अब कोई सानी नहीं है।