Interview: मिलिए नेवी ऑफिसर प्रिया से जिन्होंने परेड में किया नेतृत्व
नई दिल्ली। सोमवार को राजपथ पर गणतंत्र दिवस समारोह में खास अतिथि बनकर दूसरी बार भारत आए अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा देश की संस्कृति से रुबरु हुए। इस दौरान राजपथ पर जैसे ही नारी शक्ति परेड का हिस्सा बनी तो जहां पूरे देश का सीना गर्व से चौड़ा हो रहा था तो वहीं ओबामा भारत की इस 'ताकत' को देखकर हैरान थे। उन्हें इस नारी शक्ति की पहली झलक रविवार को गार्ड ऑफ ऑनर के दौरान विंग कमांडर पूजा ठाकुर के साथ मिल गई थी।
सोमवार को वह असल मायनों में देश के इस गौरव से रुबरु हुए। ओबामा ने गणतंत्र दिवस परेड के दौरान ओबामा ने भारतीय सेनाओं, थल सेना, वायु सेना और नौसेना की उस ताकत को करीब से देखा जो दुश्मनों के छक्के छुड़ाने की ताकत रखती है।
पीएम मोदी का अदा किया शुक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर ही इस बार गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान सेनाओं की लेडी ऑफिसर्स को पुरुष ऑफिसर्स की तुलना में ज्यादा तवज्जो दी गई। यह पहला मौका था जब राजपथ पर लेडी ऑफिसर्स परेड का एक अहम हिस्सा बनीं हैं।
लेफ्टिनेंट कमांडर प्रिया जया कुमार ने इंडियन नेवी के उस दल का नेतृत्व किया जिसने राजपथ पर देश का गौरव बढ़ाया। जब उनसे इस बारे में वनइंडिया ने बात की तो उन्होंने सबसे पहले प्रधानमंत्री मोदी का शुक्रिया अदा
किया। लेफ्टिनेंट कमांडर प्रिया ने बताया, 'मैं इस महान विचार के लिए अपने प्रधानमंत्री का तहे-दिल से शुक्रिया अदा करती हूं। मुझे लगता है कि एक देश के तौर पर हम तरक्की कर रहे हैं और हमें इस तरक्की में देश की महिलाओं के योगदान को नहीं भूलना चाहिए। गणतंत्र दिवस एक बेहतरीन मौका है जब देश भर की महिलांए अपनी शक्ति को दुनिया भर के सामने प्रदर्शित कर सकेंगी।'
अपना बेस्ट देना ही था मकसद
- प्रिया ने कंप्यूटर एप्लीकेशंस में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है।
- पांच वर्ष पूर्व वह इंडियन नेवी का हिस्सा बनीं।
- लेफ्टिनेंट कमांडर प्रिया के पिता नौसेना शस्त्रीकरण निदेशालय से बतौर डीजीएम रिटायर हुए हैं।
- प्रिया के लिए उनके पिता ही उनके प्रेरणा स्त्रोत और नेवी का हिस्सा बनने की वजह हैं।
- उनके पति भी नेवी में पायलट हैं।
- ऐसे में सेना का हिस्सा बनना ही उन्होंने अपने लिए तय किया था।
- प्रिया के लिए गणतंत्र दिवस परेड में नौसेना की महिला दल को लीड करना काफी सम्मान की बात है।
- प्रिया ने राजपथ पर महिला दल की टुकड़ी के नेतृत्व करने को एक सुनहरा मौका बताया है।
- प्रिया की मानें तो इस मौके लिए वे सभी पिछले एक माह से कड़ी ट्रेनिंग कर रही थीं।
- लेफ्टिनेंट कमांडर प्रिया ने दिल्ली की स्थितियों को काफी मुश्किल करार दिया।
- इन हालातों के बाद भी उनकी ट्रेनिंग इस तरह से थी कि वह हर स्थिति के लिए सक्षम बन सकीं।
- प्रिया की मानें तो इस खास मौके लिए नौसेना की सारी उम्मीदें उनसे और बाकी ऑफिसर्स से थीं।
- ऐसे में अपना सर्वश्रेष्ठ देना उनकी पहली प्राथमिकता थी।
- प्रिया और बाकी लेडी ऑफिसर्स के लिए इस मौके पर शिरकत करना एक भावुक पल है।
क्या सोचती हैं बाकी ऑफिसर्स
लेफ्टिनेंट कमांडर की तरह ही सब लेफ्टिनेंट प्रिया चिप्पी भी मानती हैं कि गणतंत्र दिवस में राजपथ पर मार्च करना उनके लिए काफी गौरवशाली मौका है। प्रिया चिप्पी की मानें तो इस मौके के दौरान एक मजबूत भावना सभी लेडी ऑफिसर्स में विकसित हुई हैं।
वह एक माह की ट्रेनिंग के दौरान हुए अनुभवों को साझा करते हुए बयां करती हैं कि हम में से कई ऑफिसर्स ऐसी हैं जो शायद दोबारा नहीं मिल सकेंगी।कुछ रिटायर हो जाएंगी और कुछ की पोस्टिंग आ जाएगी। ऐसे में गणतंत्र दिवस परेड में एक साथ मार्च करना सभी के लिए उत्साहजनक मौका था।
सोमवार की शाम यह सभी ऑफिसर्स अपने गंतव्य के लिए रवाना हो जाएंगी और राजपथ पर मार्च से जुड़ी कुछ अनमोल यादें अपने साथ ले जाएंगी। लेफ्टिनेंट कमांडर प्रिया कहती हैं कि ये यादें उन्हें एक साथ जोड़कर रखेंगी।