चीफ जस्टिस की वकीलों को फटकार, अदालत को मछली बाजार ना बनाएं
मुख्य न्यायधीश ने अदालत की कार्रवाई में दिक्कत आने पर वकीलों को लगाई फटकार।
नई दिल्ली। सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश ने अदालत की कार्रवाई में दिक्कत आने पर वकीलों को फटकार लगा दी।
दरअसल, शुक्रवार को एक मामले की सुनवाई के दौरान वकील चिल्ला रहे थे। इस दौरान मुख्य न्यायधीश तीरथ सिंह ठाकुर ने तमतमा गए। उन्होंने वकीलों से कहा कि चुप हो नहीं तो बाहर निका दिए जाओगे।
ठाकुर ने कोर्ट रूम में मौजूद वकीलों से कहा 'चुप हो जाओ। आप लोग क्यों चिल्ला रहे हैं? ये अदालत है या फिर मछली बाजार।'
इतना ही नहीं ठाकुर ने कहा कि जो लोग खुद को कोर्ट रूम में नहीं संभाल पा रहे हैं वो सीनियर वकील बनना चाहते हैं।'
ठाकुर ने कहा कि आप लोग चुप रहो। नहीं तो कोर्ट रूम से बाहर निकलवा दूंगा। अदालत की गरिमा होनी चाहिए।
चीफ जस्टिस ने वकीलों को कहा, बाहर निकाल देंगे
न्यायधीश ने कुछ वकीलों से यह भी कहा कि अगर उन्होंने सही आचरण नहीं किया तो उन्हें बाहर निकाल दिया जाएगा।
ठाकुर ने कहा कि आप चुप रहिए। इस अदालत की अपनी गरिमा है। ये कोर्ट है या फिर बाजार? आप इस मामले में पार्टी नहीं है।
एक अन्य वकील का उदाहरण देते हुए ठाकुर ने कहा कि सोली सोराबजी को देखिए। कुछ सीखिए इनसे। आपको क्या लगता है कि चीखने से आपको मदद मिलेगी?
बता दें कि वकील इंदिरा जयसिंग की ओर से दायर की गई जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायधीश ठाकुर की अगुवाई वाली बेंच में न्यायधीश चंद्रचूड़ और एल नागेश्वर भी थे।