मोदी सरकार के आम बजट से आम आदमी को 'अच्छे दिन' की उम्मीद
नयी दिल्ली। लोकसभा चुनाव के वक्त प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों से अच्छे दिन लाने का वादा किया था। ऐसे में अब उनके पास मौका है कि वो लोगों को अच्छे दिन दिखाए। कल संसद में वित्त मंत्री अरुण जेटली अपना पहला पूरा आम बजट पेश करने वाले हैं। लोगों को सरकार के आम बजट 2015-16 से लोग 'अच्छे दिन' की उम्मीद कर रहे हैं।
लोगों का कहना है कि भाजपा को वोट इसलिए दिया था, क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि यह सरकार महंगाई पर काबू पाएगी और उनकी रसोई आसानी से चल पाएगी। माना जा रहा है कि सरकार बजट में आम आदमी के अनुकूल उपायों की घोषणा कर सकती है। माना ये भी जा रहा है कि इस बजट में मेक इन इंडिया अभियान को आगे बढाने की पेशकश की जा सकती है। आम बजट से पहले उम्मीद की जा रही है कि वित्त मंत्री कर स्लैब बढ़ा सकते हैं। व्यक्तिगत आयकरदाताओं को रियायत के अलावा वित्त मंत्री कंपनियों के निवेश को बढ़ाने के उपायों की घोषणा कर सकते हैं।
माना जा रहा है कि आम बजट में वित्त मंत्री राजकोषीय मजबूती के रास्ते पर आगे बढ़ेंगे और राजकोषीय घाटे का लक्ष्य सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 3.6 प्रतिशत पर रखेंगे। चालू वित्त वर्ष में यह 4.1 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
गौरतलब है कि आम बजट से पहले शुक्रवार को संसद में पेश आर्थिक समीक्षा 2014-15 में कहा गया है कि इसमें एक प्रतिस्पर्धी, अनुमान योग्य, स्वच्छ तथा हल्की फुल्की कर छूटवाली व्यवस्था पेश की जानी चाहिए। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि आगामी वर्षों में वृद्धि दर को 8 से 10 प्रतिशत पर पहुंचाने के लिए जोरदार सुधारों की जरूरत होगी। इसके अलावा इसमें सार्वजनिक निवेश बढ़ाने पर भी जोर दिया गया है।