मनीष सिसोदिया ने पूछा था पीएम मोदी के सोशल मीडिया का खर्च, जानिए क्या मिला जवाब
आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आरटीआई में पूछा था पीएम मोदी का सोशल मीडिया खर्च। पीएमओ ने दी जानकारी जीरो खर्च पर प्रयोग करते हैं पीएम मोदी सोशल मीडिया।
नई दिल्ली। दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया की ओर से एक आरटीआई दायर की गई थी। इस आरटीआई में उन्होंने पूछा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोशल मीडिया पर जो पहुंच है उसका सरकारी खजाने पर कितना असर पड़ रहा है या उसका कितना खर्च आता है? पीएमओ की ओर से भी इसका जवाब दिया है और जवाब जानकर आप हैरान हो जाएंगे।
सोशल मीडिया का खर्च जीरो
पीएमओ की ओर से इस आरटीआई के जवाब में कहा गया है कि पीएम मोदी की सोशल मीडिया पर जो पहुंच है उसकी कीमत जीरो है। आपको बता दें कि बराक ओबामा के बतौर अमेरिकी राष्ट्रपति पद से हटने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोशल मीडिया पर पॉपुलर नेता बन गए हैं।पीएमओ ने सिसोदिया को जानकारी दी है कि मई 2014 में जब से पीएम मोदी ने देश की सत्ता संभाली है तब से लेकर अब तक उन्होंने सोशल मीडिया पर सरकारी खजाने से एक पैसा खर्च नहीं किया है।
पीएम नहीं चला रहे हैं कोई कैंपेन
सूत्रों की ओर से दी गई जानकारी में कहा गया है कि पीएमओ की ओर से जो जवाब सिसोदिया को दिया गया है उसमें साफ-साफ बताया गया है कि प्रधानमंत्री मोदी की ओर से फेसबुक, ट्विटर, यू-ट्यूब या फिर गूगल के अकाउंट्स पर कोई भी सोशल मीडिया कैंपेन नहीं चलाया जा रहा है। पीएमओ सूत्रों की ओर से जो बताया गया है उसमें यह भी जानकारी है कि पीएम मोदी के ऑफिस पीएमओ इंडिया की जो आधिकारिक एप है उसे MyGov और गूगल की ओर से आयोजित एक कांटेस्ट को जीतने पर एक स्टूडेंट ने डिजाइन किया था।
पीएम की एप तैयार करने का खर्च भी जीरो
सिसोदिया को दिए गए जवाब में कहा गया है कि एप को डेवलप करने किसी भी तरह का कोई खर्च नहीं आया है सिवाय पुरस्कार राशि के। इस पुरस्कार राशि का भुगतान भी गूगल की ओर से ही किया गया था। प्रधानमंत्री मोदी जब कभी भी देश और विदेश में भाषण देते हैं वह, हमेशा नरेंद्र मोदी एप का जिक्र करते हैं। इस एप के जरिए लोग उनसे जुड़ सकते हैं और उन कामों की जानकारी ले सकते हैं जो अब तक उन्होंने किए हैं।
बीजेपी की आईटी सेल ने तैयार की एप
सिसोदिया की आरटीआई का जवाब यह बताता है कि नरेंद्र मोदी एप को न तो पीएमओ ने डेवलप किया है और न ही इसका कोई भी खर्च पीएमओ की ओर से उठाया जा रहा है। वहीं वेबसाइट्स www.pmindia.gov.in और www.mygov.in के जरिए लोग पीएम से जुड़ सकते हैं और उनसे अपनी बात कह सकते हैं। नरेंद्र मोदी एप को बीजेपी की आईटी सेल की ओर से डेवलप किया गया है और उसकी ओर से ही इसका रख-रखाव किया जा रहा है।
मन की बात ने ऑल इंडिया रेडियो को दिए करोड़ों
हाल ही में ऑल इंडिया रेडियो के एक अधिकारी की ओर से खुलासा किया गया था कि पीएम मोदी इस बात से नाखुश थे कि उनके रेडिया संबोधन 'मन की बात' के कुछ एपिसोड्स को लेकर विज्ञापन जारी किए गए थे। इस अधिकारी के मुताबिक 'मन की बात' एक ऐसा प्रोगाम बन गया है जिस पर कुछ भी खर्च नहीं होता है लेकिन इससे काफी कमाई हो रही है। वर्ष 2015-2016 में इस कार्यक्रम को 4.78 करोड़ की आय हुई थी और यह आय विज्ञापनों के जरिए हुई थी।