लश्कर-ए-तैयबा का मिशन कश्मीर, कश्मीर में हो लश्कर की फौज
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में गुरुवार को एक और पाकिस्तानी आतंकी पकड़ा गया। सज्जाद अहमद उर्फ अबु उल्लाह, 22 वर्ष का यह आतंकी लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी है। सज्जाद को उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह एक जगह छिपा हुआ था। सिर्फ 25 दिनों के अंदर कश्मीर में एक और आतंकी का हाथ लगाना, कोई छोटी बात नहीं है। बल्कि यह शायद एक ऐसी साजिश की ओर इशारा कर रही है जो आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का एक सोचा समझा प्लान है घाटी में तबाही फैलाने का।
क्या है मिशन कश्मीर
लश्कर
ने
घाटी
में
अपने
खतरनाक
मंसूबों
को
अंजाम
देने
के
लिए
एक
खास
मिशन
तैयार
किया
है।
इसके
तहत
संगठन
घाटी
में
ज्यादा
से
ज्यादा
आतंकियों
की
भर्ती
करने
को
बेकरार
है।
लश्कर
चाहता
है
कि
घाटी
में
उसके
आतंकियों
की
तादाद
जितनी
बढ़
सकती
है,
उसे
उतना
बढ़ाया
जाए।
उधमपुर हमले के बाद गिरफ्तार हुआ मोहम्मद नावेद भी इसी मिशन के तहत कश्मीर आया था। विशेषज्ञों की मानें तो लश्कर सिर्फ कश्मीर में आतंकी हमलों को ही अंजाम नहीं देना चाहता है बल्कि वह घाटी में अपनी एक पूरी फौज तैयार करने की कोशिशों में है।
लश्कर पिछले कुछ समय से युवाओं को ट्रेनिंग दे रहा है ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें भारत भेजा जा सके। जब यह युवा 30 से 45 दिनों के अंदर अपनी ट्रेनिंग को पूरा कर लेते हैं तो इन्हें भारत भेजा जाता है। लेकिन इन्हें यह नहीं बताया जाता है कि इन्हें भारत में दाखिल होकर असल में करना क्या है।
सज्जाद ने बताया सच
इन आतंकियों को साधारण निर्देश दिए जाते हैं कि उन्हें लोगों को मारना है। इस पूरे काम को कैसे अंजाम देना है इसके बारे में उन्हें भारत में दाखिल होने के बाद बताया जाता है। सज्जा अहमद ने अपनी पूछताछ के दौरान बताया है कि उसे लश्कर की ओर से कोई खास निर्देश नहीं मिले थे।
उसे और कुछ और साथियों को इंतजार करने को कहा गया था। सेना ने जहां सज्जा को पकड़ लिया तो वहीं चार आतंकियों को मार गिराया।
हिजबुल की मदद करता लश्कर
आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन ने कुछ वर्षों पहले फैसला किया था कि उसे और ज्यादा लोगों की जरूरत है और लश्कर हमेशा से भारत के विरोधी एक युद्ध को अंजाम देने में लगा हुआ है। अब लश्कर चाहता है कि ज्यादा से ज्यादा युवा उसके संगठन का हिस्सा बनें ताकि वह कश्मीर में हमलों को अंजाम देने में सफल हो पाए।
लश्कर लोगों को अपने एक खास मिशन के लिए ट्रेनिंग दे रहा है। इसके बाद वह उन्हें कश्मीर में भेजता है। कई बार यह प्रशिक्षित आतंकी बॉर्डर पर ही पकड़ लिए जाते हैं। ऐसा होने पर लश्कर के सारे प्रयास विफल हो जाते हैं।
लश्कर का एक नया प्लान
इंटेलीजेंस ब्यूरो, आईबी के अधिकारियों की ओर से दी गई जानकारी पर अगर यकीन करें तो वह अब एकदम युवा यानी मोहम्मद नावेद या फिर सज्जाद की तरह आतंकियों को भारत भेज रहा है। वह उन्हें आदेश देता है कि कश्मीर पहुंचकर वे
हैंडलर्स से मुलाकात करें। हैंडलर इन्हें एक सुरक्षित जगह पर छिपा देता है और फिर उन्हें इंतजार करने को कहा जाता है। एक बार इस योजना के सफल हो जाने पर आतंकियों को हमले का आदेश दिया जाता है।