भारत में इस समय मौजूद हैं 18 देशों की सेनाएं जानते हैं क्यों?
पुणे। इन दिनों महाराष्ट्र के पुणे 18 देशों की सेनाओं का मेला लगा हुआ है और यह 18 देशों की सेनाएं जिनमें भारत भी शामिल हैं, अपने-अपने मतभेदों को भुलाकर एक्सरसाइज करने में जुटी हुई हैं।
जापान और चीन, अमेरिका और रूस और ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड इन देशों में अक्सर ही कभी-कभी तनाव की स्थिति रहती है। लेकिन अब इन देशों की सेनाएं आपस में मिलकर एकसाथ अभ्यास में जुटी हैं।
मौका है भारत में पहली बार आयोजित मल्टीनेशनल फील्ड ट्रेनिंग एक्सरसाइज का जिसे फोर्स 18 या एफटीएक्स-2016 नाम भी दिया गया है।
एनडीए जहां तैयार होते हैं देश के जांबांज
पुणे इंडियन आर्मी की सदर्न कमांड का हेडक्वार्टर और नेशनल डिफेंस एकेडमी का स्थल है और ऐसे में यह एक्सरसाइज काफी अहम हो जाती है।
इस एक्सरसाइज की शुरुआत दो मार्च को हुई है और यह आठ मार्च तक चलेगी। पुणे के औंध मिलिट्र स्टेशन और कॉलेज ऑफ मिलिट्री इंजीनियरिंग में उद्घाटन के मौके पर इंडियन आर्मी के बैंड की धुन पर भाग ले रहे सभी 18 देशों के सैनिकों ने परेड में शिरकत की।
आगे की स्लाइड्स में जानिए क्या है यह एक्सरसाइज और कौन-कौन से देश इसमें शामिल है।
कितने देश शामिल
फोर्स 18 एक बहुत ही महत्वाकांक्षी मिलिट्री ट्रेनिंग एक्सरसाइज है जिसमें आसियान के 10 सदस्य देश ब्रुनेइ, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाइलैउ और वियतनाम के साथ ही आठ और देश भारत, जापान, कोरिया, चीन, रूस, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड भी इसमें शामिल हैं।
क्या है मकसद
इस एक्सरसाइज का मकसद एक दूसरे की सर्वश्रेष्ठ मिलिट्री प्रैक्टिस और उनके स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रॉसिजर्स यानी एसओपीज से रूबरू होना है। अपनी तरह की इस पहली एक्सरसाइज के जरिए एक-दूसरे के रास्ते में आए बिना युद्ध के कौशलों का प्रदशर्न करना है।
होंगी और एक्सरसाइज
आने वाले समय में इस तरह की और भी एक्सरसाइज देखने को मिलने वाली हैं।
तनाव भूलाकर साथ आए देश
जापान और चीन, अमेरिका और चीन, अमेरिका और रूस और ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड इन देशों में अक्सर ही कभी-कभी तनाव की स्थिति रहती है। लेकिन अब इन देशों की सेनाएं आपस में मिलकर एकसाथ अभ्यास में जुटी हैं।
क्या सोचते हैं विशेषज्ञ
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की एक्सरसाइज से दुनिया में भारत और इंडियन आर्मी की एक अलग पहचान बन सकेगी।