राष्ट्रपति चुनाव: सपा-बसपा के वोटों पर भाजपा की नजर, जानिए कौन किसके साथ
राष्ट्रपति चुनाव में जानिए क्या है यूपी का तानाबाना, सपा के भीतर की फूट जा सकती है एनडीए के पक्ष में
नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव के लिए आज मतदान हो रहा है, हालांकि एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद आसानी से इस चुनाव को जीत सकते हैं, लेकिन भारतीय जनता पार्टी समाजवादी पार्टी के भीतर पिता-पुत्र के बीच चल रहे विवाद के बीच मुलायम सिंह यादव को अपने खेमे में आता देख रही है। इसके साथ ही बसपा के भी कुछ वोटों पर भी भाजपा की नजर है, उसे उम्मीद है कि कुछ बसपा विधायक भी उसके उम्मीदवार को वोट दे सकते हैं।
मुलामय आ सकते हैं रामनाथ कोविंद के साथ
जिस तरह से तमाम क्षेत्रीय पार्टियों ने एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को अपना समर्थन देने की बात कही है, उसके बाद पार्टी अपने वोट आधार को अधिक से अधिक बढ़ाना चाहती है। यूपी में भारी जीत के बाद भाजपा रामनाथ कोविंद के समर्थन में अधिक से अधिक वोट हासिल करने की कोशिश कर रही है। माना जा रहा है कि मुलायम सिंह यादव और उनके कुछ सहयोगियों ने रामनाथ कोविंद की तारीफ की थी, इसके अलावा लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा आयोजित भोज में हिस्सा लिया था, जिसमें रामनाथ कोविंद ने अपने लिए समर्थन की मांग की थी।
अखिलेश से मुलायम ने किया किनारा
एनडीए ने जब रामनाथ कोविंद को अपना उम्मीदवार घोषित किया था तो मुलायम सिंह यादव ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की तारीफ की थी और पीएम मोदी के साथ भोज में भी शामिल हुए थे। 20 जून को लखनऊ में आयोजित भोज में मुलायम सिंह ने हिस्सा लिया था, जिसमें पीएम मोदी मौजूद थे, लेकिन मुलायम सिंह ने 19 जून को अखिलेश यादव द्वारा आयोजित इफ्तार में हिस्सा नहीं लिया था। यही नहीं अपने भाई रामगोपाल यादव के जन्मदिन कार्यक्रम में भी उन्होंने हिस्सा नहीं लिया था।
शिवपाल भी रामनाथ कोविंद के साथ
एक तरफ जहां मुलायम सिंह यादव ने रामनाथ कोविंद को अपना समर्थन देने का इशारा किया है तो दूसरी तरफ शिवपाल यादव ने शुक्रवार को वाराणसी में रामनाथ कोविंद को अपना समर्थन देने की बात कही थी वहीं एक भाजपा नेता का कहना है कि कुछ विधायक ऐसे हैं जो सत्ता का सुख चाहते हैं, इसलिए वह अपने बेहतर राजनीतिक भविष्य के लिए एनडीए उम्मीदवार को अपना समर्थन दे सकते हैं। आपको बता दें कि सपा के पास कुल 47 विधायक हैं, जबकि पांच लोकसभा सांसद है, जबकि राज्यसभा में कुल 18 सांसद हैं।
सपा ने मीरा के समर्थन की बात कही
हालांकि सपा के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने इन तमाम कयासों को खारिज कर दिया है कि सपा के विधायक या सांसद एनडीए के उम्मीदवार को अपना वोट देंगे, भाजपा अपने एजेंडा में सफल नहीं होगी। सभी सांसदों और विधायकों को पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के फैसले को मानना चाहिए, जिन्होंने मीरा कुमार को अपना वोट देने के लिए कहा है।
क्या है यूपी का पूरा तानाबाना
वहीं बसपा नेता लालजी वर्मा ने कहा कि पार्टी ने मीरा कुमार को अपना समर्थन देने फैसला लिया है, कोई भी रामनाथ कोविंद को अपना वोट नहीं देगा आपको बता दें कि यूपी में भाजपा के 312 विधायक हैं, 9 अपना दल के विधायक हैं, जार एसबीएसपी विधायक हैं। जबकि लोकसभा में भाजपा के पास 71 लोकसभा सदस्य हैं, अपना दल के दो सांसद हैं। इसके साथ ही यूपी से भाजपा के पास तीन राज्यसभा सदस्य हैं। अपना दल और एसबीएसपी भाजपा के सहयोगी दल हैं। बसपा के पास कुल 19 विधायक हैं, जबकि राज्यसभा में पार्टी के कुल छह सदस्य हैं। कांग्रेस के यूपी मे सात विधायक, दो लोकसभा सांसद और तीन राज्यसभा सांसद हैं।
योगी आदित्यनाथ, केशव प्रसाद भी देंगे वोट
योगी आदित्यनाथ, केशव प्रसाद मौर्य ने अभी तक लोकसभा से अपनी सदस्यता नहीं छोड़ी है, वहीं उमा भारती ने लखनऊ से अपना वोट देने की अनुमति ली है, लिहाजा यह सभी लोग अपना वोट राष्ट्रपति चुनाव में देंगे। यूपी में तीन निर्दलीय विधायक हैं, कुंडा से रघुराज प्रताप सिंह, बाबागंज से विनोद कुमा, नौतनवा से अमनमणि त्रिपाठी हैं। बाबागंज के विधायक का कहना है कि वह राजा भैया के फैसले के साथ रहेंगे, जबकि राजा भैया ने अभी तक अपना रुख साफ नहीं किया है। वहीं अमनमणि त्रिपाठी कई बार योगी आदित्यनाथ से मिल चुके हैं, लिहाजा माना जा रहा है कि वह रामनाथ कोविंद को अपना वोट दे सकते हैं।