जानिए जीका वायरस को रोकने के लिये क्या कर रहा है भारत
नई दिल्ली। खतरनाक जीका वायरस ब्राजील से नॉर्थ अमेरिका होते हुए अमेरिका के कुछ हिस्सों और यूरोप में पहुंच चुका है। पिछले दिनों यूरोप के स्पेन में जीका वायरस के सात मामले दर्ज हुए हैं।
साफ है कि भारत भी इस बीमारी से अछूता नहीं रह सकता है। भारत सरकार की ओर से 29 जनवरी को इस बात का ऐलान किया गया था कि जीका को लेकर सरकार अलर्ट है। पिछले दिनों सरकार की ओर से एक एडवाइजरी जारी की गई है।
अमेरिका में जीका को लेकर जारी हुई सेक्स एडवाइजरी
सरकार इस वायरस को लेकर काफी सतर्क है और कई तरह के उपाय कर रही है। सरकार के प्रतिनिधियों की ओर से कई मीटिंग्स हों रही है। इन मीटिंग्स में कई राज्यों के प्रतिनिधियों को बुलाया जा रहा है। सरकार अलग-अलग मंत्रालयों के साथ मीटिंग कर रही है। मकसद सिर्फ एक ही है इस बीमारी को देश में बढ़ने से रोकना।
हेल्थ सेक्रेटरी बी.पी. शर्मा की ओर से एक हाइलेवल मीटिंग की गई थी। इस मीटिंग में इस बीमारी को लेकर हो रही तैयारियों का जायजा लिया गया। इस बैठक में कई मंत्रालयों के अलावा, बैठक में विश्व स्वास्थ्य संगठन वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के अधिकारी खासतौर पर मौजूद थे।
जीका से जुड़े कुछ खास तथ्य
सरकार ने फैसला किया है कि दो रोग विश्लेषण सुविधाएं राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र और राष्ट्रीय विषाणु संस्थान पुणे में काम करेंगी। इसके अलावा, फरवरी, 2016 के अंत तक 10 नई सुविधाएं भी अपना काम शुरू कर देंगी।
ये सुविधाएं तमिलनाडु, केरल, पुदुचेरी, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, ओडिशा और असम में दूसरे चरण में स्थापित हैं। यह भी जानकारी दी गई कि दूसरे चरण में 10 और जगहों पर ये सुविधाएं काम करने लगेंगी।
सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी के मुख्य बिंदु स्लाइडर में पढ़ सकते हैं।
24 घंटे एक्टिव कंट्रोल रूम
सरकार ने 24 घंटे काम करने वाला एक कंट्रोल रूम बनाया गया है। यह कंट्रोल रूम जीका वायरस से जुड़ी बीमारी के बारे में इंफॉर्मेशन लोगों को मुहैया करा रहा है। इसे केंद्रीय भूमिका में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत सक्रिय किया गया है। इस कंट्रोल रूम के टेलीफोन नंबर हैं- 011-23061469 और 011-23063205
गर्भवती महिलाएं ध्यान दें
प्रभावित देशों की गैर-जरूरी यात्राओं को टाला या रद्द कर दिया जाए। जो महिलाएं गर्भवती हैं या गर्भवती होना चाहती हैं उन्हें इन क्षेत्रों की यात्राओं से बचना चाहिए।
वायरस से बचें
प्रभावी देशों/क्षेत्रों में सभी यात्राओं को सख्ती से प्रतिबंधित किया जाना चाहिए, जिससे विशेष रूप से दिन के समय कोई यहां न आयें।
कैसे बचें मच्छरों सें
मच्छरों से बचने के लिए मच्छर रोधी क्रीम, मच्छर संबंधी बिजली चालित रिपेलेंट, मच्छरदानी और पूरे शरीर ढकने वाले कपड़े पहनने चाहिए।
यात्रा से पहले पास के स्वास्थ्य केंद्र जाए
जिन्हें डायबिटीज, हाइपरटेंशन या सांस संबंधी पुरानी बीमारी या इम्यून संबंधी दिक्कत आदि हैं उन्हें प्रभावित देशों की यात्रा से पहले नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र में जाने की सलाह दी जाती है।
तुरंत कराएं जांच
प्रभावित देशों से लौटे लोगों को दो सप्ताहों के भीतर होने वाली किसी भी बीमारी की रिपोर्ट नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र में करनी चाहिए।
ताकि आपका शिशु स्वस्थ रहे
जिन गर्भवती महिलाओं ने जीका विषाणु के प्रसार वाले क्षेत्रों की यात्राएं की हैं, उन्हें अपनी यात्रा के बारे में विचार करना चाहिए जिससे प्रजनन पूर्व के विवरण का ठीक से निरीक्षण किया जा सके।
जूद रहेगी स्पेशल टीम
18 अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों पर जीका वायरस के बारे में जानकारी दी जायेगी। साथ ही स्पेशल टीम रहेंगी जो संक्रमित देशों से आने वाले लोगों की स्कैनिंग करेंगी।
भारत करेगा जागरुक
भारत से जीका प्रभावित देशों में जा रहे लोगों को जागरूरक किया जायेगा। जीका संक्रमित लोगों पर निगरानी रखने के लिये एकीकृत नेटवर्क तैयार किया गया है, जो क्विक एक्शन टीम के साथ राज्यों में काम करेगा।