वोडाफोन ने शुरू की बिना मोबाइल नंबर बताए रिचार्ज कराने वाली सेवा, बनी रहेगी प्राइवेसी
वोडाफोन ने एक ऐसी सेवा शुरू की है, जिसके जरिए महिलाओं को किसी को भी अपना नंबर बताने की जरूरत नहीं होगी और उनका फोन भी रिचार्ज हो जाएगा।
नई दिल्ली। हाल ही में कुछ खबरें आई थीं कि उत्तर प्रदेश में कई दुकानदार 50-500 रुपए में लड़कियों के नंबर बेच रहे हैं। इसके बाद शिकायत दर्ज हुई और कुछ लोग गिरफ्तार भी किए गए। पता चला कि उन दुकानदारों के पास लड़कियों के नंबर तब गए, जब वह अपना फोन रिचार्ज कराने के लिए किसी दुकान पर गई थीं। ऐसे में फोन रिचार्ज कराना भी महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक खतरा बन गया। लेकिन अब वोडाफोन ने एक ऐसी सेवा शुरू की है, जिसके जरिए महिलाओं को किसी को भी अपना नंबर बताने की जरूरत नहीं होगी और उनका फोन भी रिचार्ज हो जाएगा।
वोडाफोन ने अपनी सेवा सेवा को प्राइवेट रिचार्ज मोड नाम दिया है। इसके तहत रिचार्ज कराने के लिए आपको किसी भी दुकानदार को अपना नंबर बताने की जरूरत नहीं है। आपको सिर्फ एक एसएमएस भेजना होगा और इस प्राइवेज रिचार्ज मोड का लाभ उठा सकेंगे। इसके लिए यूजर्स को PRIVATE लिखकर 12604 पर भेजना होगा। इसके बाद आपके पास एक ओटीपी आ जाएगा। ओटीपी से मिले कोड के जरिए ग्राहक अपने फोन उस दिन आधी रात तक किसी भी मल्टी-ब्रांड आउटलेट से रिचार्ज करा सकता है और उसे अपना नंबर भी नहीं बताना होगा। रिचार्ज कराते समय ग्राहको को मोबाइल नंबर की जगह ओटीपी बताना होगा। ये भी पढ़ें- नोकिया 3310 से जुड़ी जानकारी लीक, जानिए किस रंग का होगा फोन और कैसी दिखेगी स्क्रीन
आपको बता दें कि यूपी में कुछ दुकानदार मनचलों से लड़कियों के नंबर के बदले 50 रुपए से लेकर 500 रुपए तक वसूल रहे थे। नंबरों की यह कीमत लड़कियों के लुक्स पर निर्भर करती थी। जितनी खूबसूरत लड़की, उसका मोबाइल नंबर उतना महंगा। साधारण लुक वाली लड़की का मोबाइल नंबर महज 50 रुपए में मिल जाता, जबकि लड़की खूबसूरत हो तो उसका मोबाइल नंबर 500 रुपए में बिकता था।
आपने अकसर देखा होगा कि अगर किसी रिचार्ज शॉप पर मोबाइल रिचार्ज कराने जाओ तो वो एक रजिस्टर देता है और उसमें नंबर लिखने को कहता है। नंबर लिखने के बाद वो उसके सामने उतनी राशि लिखता है जितने का मोबाइल रिचार्ज करना होता है। जब कोई लड़की अपना नंबर उस रजिस्टर में नोट करती है तो मनचले दुकानदार उस नंबर को अंडरलाइन कर लेते हैं जिससे पता चल सके कि यह लड़की का नंबर है। उसके बाद शुरू होता नंबर बेचने का सिलसिला।