उपराष्ट्रपति चुनाव 2017: वेंकैया नायडू Vs गोपालकृष्ण गांधी, क्या है वोटों का गणित?
उपराष्ट्रपति का चुनाव भी राष्ट्रपति चुनाव की तरह ही होता है। संसद के दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) के सदस्य वोटिंग कर उपराष्ट्रपति का चुनाव करते हैं।
नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव के बाद अब सभी की नजरें उपराष्ट्रपति चुनाव पर टिकी हुई हैं। अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा इसको लेकर शनिवार को वोटिंग होगी और शाम तक नतीजे भी आ जाएंगे। उपराष्ट्रपति पद के लिए बीजेपी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और पार्टी के पुराने नेता वेंकैया नायडू को मैदान में उतारा है, वहीं विपक्ष ने पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल और महात्मा गांधी के पौत्र गोपालकृष्ण गांधी को उम्मीदवार बनाया गया है। उपराष्ट्रपति चुनाव में क्या है वोटों का गणित, इस बार किसका पलड़ा भारी है...पढ़िए आगे...
उपराष्ट्रपति चुनाव में किसका पलड़ा है भारी
उपराष्ट्रपति चुनाव में क्या है वोटिंग प्रक्रिया
उपराष्ट्रपति का चुनाव भी राष्ट्रपति चुनाव की तरह ही होता है। संसद के दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) के सदस्य वोटिंग कर उपराष्ट्रपति का चुनाव करते हैं। केवल इस चुनाव में एक अंतर होता है कि विधायकों को उपराष्ट्रपति पद के लिए वोटिंग करने का अधिकार नहीं होता है। चुनाव आयोग के मुताबिक इस बार उपराष्ट्रपति चुनाव में राज्यसभा के 233 निर्वाचित और 12 मनोनीत सदस्य वोट डालेंगे। वहीं, लोकसभा के 543 निर्वाचित और 2 मनोनीत सदस्य मतदान में भाग लेंगे।
दोनों सदनों में क्या सदस्यों की संख्या?
दोनों सदनों में कुल सदस्यों की संख्या 790 होती है हालांकि लोकसभा में 2 और राज्यसभा में 1 सीट खाली है। भाजपा सांसद छेदी पासवान को एक न्यायिक मामले के चलते मताधिकार से रोका गया है। लोकसभा में NDA के 338 सांसद हैं जिसमें भाजपा के 281 हैं। वहीं राज्यसभा में भाजपा के 58 और कांग्रेस के 57 सांसद हैं।
ऐसे चुने जाते हैं नए उपराष्ट्रपति
उपराष्ट्रपति के चुनाव में मतदान के बाद मतगणना की प्रक्रिया बिल्कुल राष्ट्रपति चुनाव की तरह है। उपराष्ट्रपति के चुनाव में वही प्रत्याशी जीतता है जो कुल मतों के वेटेज का आधा से ज्यादा पा ले। उपराष्ट्रपति चुनाव में सांसद मतदान करते समय मतपत्र पर क्रमानुसार पसंद के उम्मीदवार बताते हैं। बता दें कि उप राष्ट्रपति पदेन राज्यसभा का सभापति भी होता है। मौजूदा उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी का कार्यकाल 10 अगस्त को खत्म हो जाएगा।
वेंकैया नायडू की स्थिति दिख रही है मजबूत
उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार वेंकैया नायडू की स्थिति मजबूत दिख रही है। उनका उपराष्ट्रपति बनना लगभग तय माना जा रहा है। वोटों के गणित पर गौर करें तो ऐसा लग रहा है कि वेंकैया नायडू उपराष्ट्रपति चुनाव में बड़ी जीत दर्ज करेंगे। उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार का ऐलान करने से पहले भाजपा का अनुमान था कि कम से कम 488 वोट उनके उम्मीदवार को मिलेंगे और वो आसानी ने इस चुनाव को जीत जाएंगे। लेकिन...वेंकैया के समर्थन में दक्षिण के ज्यादातर दलों के उतरने के बाद अब माना जा रहा है कि पड़ने वाले कुल 787 वोटों में से वेंकैया नायडू 587 वोट हासिल कर एक बड़ी जीत दर्ज करेंगे।
नीतीश कुमार ने गोपालकृष्ण गांधी को समर्थन की कही है बात
वेंकैया नायडू को उम्मीद है कि दक्षिण के ज्यादातर दल उन्हें समर्थन देंगे। एआईएडीएमके, टीआरएस और वाईएसआर कांग्रेस वेंकैया नायडू का समर्थन करने के लिए तैयार हैं। हालांकि, उपराष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रपति चुनाव की तरह राज्यों के विधायक वोट नहीं डालेंगे, केवल सांसद ही वोटिंग में भाग ले सकेंगे। खुद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी कह चुकी हैं कि उनके पास जीत के लिए पर्याप्त वोट नहीं हैं, लेकिन फिर भी यह एक ऐसी लड़ाई है, जिसे पूरी ताकत से लड़ना होगा।