रामनाथ कोविंद से भी तगड़ी जीत दर्ज करेंगे वेंकैया नायडू, ये रहा सबूत
वोटों के गणित पर गौर करें तो साफ हो जाता है कि वेंकैया नायडू उपराष्ट्रपति चुनाव में रामनाथ कोविंद से भी बड़ी जीत दर्ज करेंगे।
नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद की धमाकेदार जीत के बाद अब भाजपा की निगाहें उपराष्ट्रपति चुनाव पर हैं। उपराष्ट्रपति पद के लिए भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और पार्टी के पुराने नेता वेंकैया नायडू को मैदान में उतारा है। वेंकैया का उपराष्ट्रपति बनना लगभग तय माना जा रहा है। वोटों के गणित पर गौर करें तो साफ हो जाता है कि वेंकैया नायडू उपराष्ट्रपति चुनाव में रामनाथ कोविंद से भी बड़ी जीत दर्ज करेंगे।
587 वोट मिलने का अनुमान
उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार का ऐलान करने से पहले भाजपा का अनुमान था कि कम से कम 488 वोट उनके उम्मीदवार को मिलेंगे और वो आसासी ने इस चुनाव को जीत जाएंगे। लेकिन...वेंकैया के समर्थन में दक्षिण के ज्यादातर दलों के उतरने के बाद अब माना जा रहा है कि पड़ने वाले कुल 787 वोटों में से वेंकैया नायडू 587 वोट हासिल कर एक बड़ी जीत दर्ज करेंगे।
दक्षिण के ज्यादातर दल देंगे समर्थन
वेंकैया नायडू को उम्मीद है कि दक्षिण के ज्यादातर दल उन्हें समर्थन देंगे। एआईएडीएमके, टीआरएस और वाईएसआर कांग्रेस वेंकैया नायडू का समर्थन करने के लिए तैयार हैं। हालांकि, उपराष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रपति चुनाव की तरह राज्यों के विधायक वोट नहीं डालेंगे, केवल सांसद ही वोटिंग में भाग ले सकेंगे। खुद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी कह चुकी हैं कि उनके पास जीत के लिए पर्याप्त वोट नहीं हैं, लेकिन फिर भी यह एक ऐसी लड़ाई है, जिसे पूरी ताकत से लड़ना होगा।
कौन कौन डालेगा वोट
उपराष्ट्रपति का चुनाव भी राष्ट्रपति चुनाव की तरह ही होता है। संसद के दोनों सदनों के सदस्य वोटिंग कर उपराष्ट्रपति का चुनाव करते हैं। केवल इस चुनाव में एक अंतर होता है कि विधायकों को उपराष्ट्रपति पद के लिए वोटिंग करने का अधिकार नहीं होता है। चुनाव आयोग के मुताबिक इस बार उपराष्ट्रपति चुनाव में राज्यसभा के 233 निर्वाचित और 12 मनोनीत सदस्य वोट डालेंगे। वहीं, लोकसभा के 543 निर्वाचित और 2 मनोनीत सदस्य मतदान में भाग लेंगे।
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